एस. जयशंकर : विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अमेरिका में कहा कि ऑपरेशन सिंदूर से भारत ने दुनिया को साफ संदेश दिया है कि वह आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगा। उन्होंने कहा कि क्वाड और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का 25 अप्रैल का बयान बहुत महत्वपूर्ण है, जिसमें कहा गया है कि आतंकवादियों को कानून के सामने लाकर सजा दी जानी चाहिए। ऑपरेशन सिंदूर का मकसद था यह दिखाना कि अगर भारत पर हमला हुआ, तो हम हमलावरों, उनके मददगारों और फंड देने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाएंगे। जयशंकर ने कहा कि भारत को अपनी रक्षा करने का पूरा हक है।
जयशंकर बोले- अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो के साथ बैठक सकारात्मक रही
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो के साथ उनकी बैठक अच्छी रही। दोनों नेताओं ने पिछले छह महीनों की बातचीत की समीक्षा की और भविष्य की दिशा पर चर्चा की। बातचीत में व्यापार, निवेश, तकनीक, रक्षा, ऊर्जा और आवागमन जैसे विषय शामिल थे। जयशंकर ने रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और ऊर्जा सचिव क्रिस राइट से भी अलग-अलग मुलाकात की। रूस से तेल खरीदने पर अमेरिकी टैरिफ की योजना पर उन्होंने कहा कि भारत को इससे जुड़ी हर बात में दिलचस्पी है और अगर इससे भारत पर असर पड़ता है, तो अमेरिका से संपर्क किया जाएगा।
पहलगाम आतंकी हमले पर क्वाड देशों की कड़ी प्रतिक्रिया
अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया के समूह क्वाड ने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा की है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान गई थी। चारों देशों के विदेश मंत्रियों ने संयुक्त बयान में सभी देशों से अपील की कि इस हमले में शामिल अपराधियों, योजना बनाने वालों और पैसे देने वालों को जल्द से जल्द सजा दिलाने में मदद करें।
आतंकवाद के खात्मे पर UN सुरक्षा परिषद ने दिया सख्त संदेश
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्यों ने पहलगाम हमले की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि इस हमले के दोषियों, इसे अंजाम देने वालों, मदद करने वालों और इसके लिए पैसा देने वालों को सजा मिलनी चाहिए। सुरक्षा परिषद ने सभी देशों से अपील की कि वे अंतरराष्ट्रीय कानून और सुरक्षा परिषद के नियमों के अनुसार इन अपराधियों को पकड़ने और सजा दिलाने में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि ऐसे हमलों के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करना बहुत जरूरी है।