एस. जयशंकर का बयान : भारत और कोरिया के रिश्ते होंगे प्रगाढ़

एस. जयशंकर : विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने सोमवार को दक्षिण कोरिया के नए विदेश मंत्री चो ह्यून से मुलाकात की और दोनों देशों के रिश्तों को मजबूत करने पर बात की। उन्होंने चो ह्यून को उनके कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। इससे पहले, 21 जुलाई को डॉ. जयशंकर ने उन्हें विदेश मंत्री बनने पर बधाई दी थी। उन्होंने कहा कि भारत और दक्षिण कोरिया मिलकर काम करेंगे ताकि दोनों देशों के बीच खास रणनीतिक साझेदारी और मजबूत हो सके। 17 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दक्षिण कोरिया के विशेष दूतों के एक दल से भी मुलाकात की थी।

भारत-जापान के बीच रक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा

भारत और जापान ने सोमवार को अपने आपसी रिश्तों की समीक्षा की। इसमें रक्षा, आर्थिक सुरक्षा, व्यापार, निवेश और बुनियादी ढांचे जैसे कई अहम मुद्दों पर बातचीत हुई। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जापान के उप विदेश मंत्री ताकेहिरो फुनाकोशी से मुलाकात की। यह बैठक विदेश सचिव और उप मंत्री स्तर की वार्ता के तहत हुई। दोनों देशों ने कई मुद्दों पर मिलकर काम करने और रिश्ते और मजबूत करने की बात कही। इस बातचीत का मकसद आपसी सहयोग बढ़ाना और भविष्य की साझेदारी को बेहतर बनाना था।

भारत-जापान की साझेदारी में आर्थिक सुरक्षा और तकनीक प्राथमिकता

जापान में भारत के राजदूत सिबी जॉर्ज ने जापान के आर्थिक सुरक्षा मंत्री मिनोरू किउची से मुलाकात की। दोनों ने भारत-जापान की खास रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने पर बात की। चर्चा में आर्थिक सुरक्षा, अंतरिक्ष, और विज्ञान-प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों पर खास ध्यान दिया गया। यह बैठक हाल की कई रणनीतिक और राजनयिक बैठकों का हिस्सा थी, जिनका मकसद द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत करना है। इसी हफ्ते टोक्यो में आईपीओआई: समुद्री संपर्क में भारत-जापान साझेदारी कार्यक्रम हुआ। इसमें कई नेताओं ने भाषण दिए और हिंद-प्रशांत क्षेत्र में समुद्री सहयोग को बढ़ाने पर चर्चा की गई।