मुरैना जिले के सबलगढ़ एसडीएम अरविंद माहौर पर गंभीर आरोप लगने के बाद बड़ा प्रशासनिक कदम उठाया गया है। उन पर एक महिला के साथ अभद्र व्यवहार करने और नियमों की अनदेखी करते हुए 6 पटवारियों का मनमाना तबादला करने की शिकायतें सामने आई थीं। इन आरोपों पर तत्काल संज्ञान लेते हुए उन्हें पद से निलंबित कर दिया गया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव का सख्त रुख
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस मामले पर कड़ा एक्शन लिया है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि जनसेवा में अनुशासन और मर्यादा का पालन सर्वोपरि है, और इस पर किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार्य नहीं है। मुख्यमंत्री ने चंबल संभाग के कमिश्नर को निर्देश दिए हैं कि वे इस मामले में आगे अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करें।
विवादास्पद तबादलों का मामला
दरअसल, मंगलवार शाम कलेक्टर अंकित अस्थाना ने अरविंद माहौर को हटाकर मेघा तिवारी को नया एसडीएम नियुक्त कर दिया था। लेकिन, आदेश के बावजूद अरविंद माहौर देर रात 8 बजे अपने कार्यालय पहुंचे और वहां बैठकर 6 पटवारियों के तबादले कर डाले। इनमें से कई पटवारियों का हाल ही में कलेक्टर ने स्थानांतरण किया था, लेकिन एसडीएम ने उनकी मनचाही जगह पर पोस्टिंग कर दी।
महिला उत्पीड़न की शिकायत से बढ़ा मामला
यह पूरा विवाद उस समय गहराया जब हाथठेला लगाने वाले एक युवक के महिला परिजन ने एसडीएम पर उत्पीड़न का आरोप लगाया। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए कलेक्टर ने शाम 6 बजे ही एसडीएम माहौर का ट्रांसफर आदेश जारी कर दिया था। बावजूद इसके, एसडीएम ने आदेशों की अनदेखी की और अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर पटवारियों को इधर-उधर कर दिया।
किन पटवारियों का हुआ ट्रांसफर
अरविंद माहौर द्वारा किए गए स्थानांतरण में कई हलकों के पटवारियों की अदला-बदली शामिल है।
• पटवारी राधा शर्मा को हल्का नंबर-54 सबलगढ़ से हल्का नंबर-5 बाबड़ीपुरा भेजा गया।
• अली हसन को सुनहरा से हटाकर रामपहाड़ी पदस्थ किया गया।
• हरिओम मीणा को रामपहाड़ी से सुनहरा भेजा गया।
• मुकेश माथुर को जमुनीपुरा से सबलगढ़ स्थानांतरित किया गया।
• सोनम कुशवाह को जाटौली से बामसौली भेजा गया।
• जबकि प्रिंस गर्ग को बामसौली से हटाकर जाटौली पदस्थ किया गया।