पुरानी दुनिया को कहा अलविदा, नया अध्याय शुरू… ममता कुलकर्णी अब होंगी महामंडलेश्वर श्री यामाई ममता नंद गिरि

बॉलीवुड की ग्लैमरस दुनिया को अलविदा कहकर, ममता कुलकर्णी ने एक नए अध्याय की शुरुआत की है। अब वह केवल एक अभिनेत्री नहीं, बल्कि महामंडलेश्वर श्री यामाई ममता नंद गिरि के रूप में जानी जाएंगी। फिल्मी दुनिया की चकाचौंध से दूर, ममता ने अपनी पुरानी पहचान को पीछे छोड़ते हुए आध्यात्मिक जीवन की ओर कदम बढ़ाया है।

प्रयागराज के महाकुंभ में उन्होंने स्नान किया और किन्नर अखाड़े से संन्यास की दीक्षा ली। इस दौरान उन्हें महामंडलेश्वर के सम्मान से नवाजा गया, जो एक बड़ी जिम्मेदारी के साथ आता है। ममता ने आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी और स्वामी जय अंबानंद गिरी के सानिध्य में यह दिव्य उपाधि ग्रहण की। महाकुंभ के इस विशेष मौके पर, 24 जनवरी को ममता ने पिंडदान भी किया, और आने वाले दिनों में उनके सभी धार्मिक रिवाज पूरे किए जाएंगे, जिसमें पट्टा अभिषेक भी शामिल है।

ममता कुलकर्णी का फिल्मी सफर एक समय में शानदार था। उन्होंने अपनी अभिनय यात्रा 1991 में तमिल फिल्म ‘नन्नबरगल’ से शुरू की थी, और अगले साल ही बॉलीवुड में कदम रखा था। उनकी पहली हिंदी फिल्म ‘मेरे दिल तेरे लिए’ थी, लेकिन असली पहचान 1995 में आई फिल्म ‘करण अर्जुन’ से मिली, जहां उन्होंने सलमान खान के अपोजिट भूमिका निभाई थी। इस फिल्म में शाहरुख खान और काजोल भी थे, और आज भी ममता को इस फिल्म के लिए याद किया जाता है।