सलमान खान का सफर: कभी बैकग्राउंड डांसर बनकर कमाए थे 75 रुपये, ‘मैंने प्यार किया’ के लिए मिली थी इतनी फीस

हिंदी सिनेमा में तीन दशकों से अधिक समय से राज कर रहे सलमान खान का नाम आज सफलता की गारंटी माना जाता है। बॉक्स ऑफिस पर 100 करोड़ का आंकड़ा पार करना उनकी फिल्मों के लिए आम बात हो गई है।
27 दिसंबर को सलमान खान अपना जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर उनके संघर्ष और सफलता की कहानी जानना दिलचस्प है, जो एक बैकग्राउंड डांसर से शुरू होकर सुपरस्टार बनने तक का सफर तय करती है।

सलमान खान का असली नाम अब्दुल राशिद सलीम सलमान खान है। उनका जन्म 27 दिसंबर 1965 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। वह मशहूर स्क्रीन राइटर सलीम खान और उनकी पहली पत्नी सलमा खान के बड़े बेटे हैं। सलमान की स्कूली शिक्षा ग्वालियर के सिंधिया स्कूल और मुंबई के सेंट स्टैनिस्लास हाई स्कूल से हुई।
बाद में उन्होंने सेंट जेवियर्स कॉलेज में दाखिला लिया, लेकिन मॉडलिंग और अभिनय की दुनिया में कदम रखने के लिए उन्होंने पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी।
महज 75 रुपये थी पहली कमाई
आज करोड़ों में फीस लेने वाले सलमान खान की शुरुआत बेहद साधारण थी। सलीम खान जैसे दिग्गज लेखक के बेटे होने के बावजूद उन्होंने जमीन से जुड़कर काम शुरू किया। करियर के शुरुआती दौर में सलमान ने बैकग्राउंड डांसर के रूप में काम किया। एक पुराने इंटरव्यू में अभिनेता ने खुद खुलासा किया था कि उनकी पहली सैलरी मात्र 75 रुपये थी।
“मेरी पहली तनख्वाह लगभग 75 रुपये थी। मैं ताज होटल में एक शो में डांस कर रहा था। मेरा एक दोस्त वहां डांस कर रहा था, तो उसने मुझे भी मजे के लिए अपने साथ ले लिया था। बाद में एक सॉफ्ट ड्रिंक के विज्ञापन के लिए यह राशि बढ़कर 750 रुपये हो गई।” — सलमान खान
‘मैंने प्यार किया’ से बदली किस्मत
सलमान ने 1988 में फिल्म ‘बीवी हो तो ऐसी’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया था, जिसमें उनका रोल सपोर्टिंग था। हालाकि, उनकी किस्मत 1989 में सूरज बड़जात्या की फिल्म ‘मैंने प्यार किया’ से चमकी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस ब्लॉकबस्टर फिल्म के लिए सलमान की शुरुआती फीस 31,000 रुपये तय की गई थी। हालाकि, फिल्म में उनकी मेहनत और लगन को देखते हुए निर्माताओं ने इसे बढ़ाकर 75,000 रुपये कर दिया था। यह उस समय उनके करियर की बड़ी उपलब्धि थी।
उतार-चढ़ाव और स्टारडम
सलमान खान का करियर ग्राफ काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है। उन्होंने ‘हम आपके हैं कौन’, ‘करण अर्जुन’ और ‘हम साथ-साथ हैं’ जैसी कल्ट क्लासिक फिल्में दीं। बीच में एक ऐसा दौर भी आया जब उनकी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर संघर्ष करती दिखीं।
लेकिन 2009 में फिल्म ‘वांटेड’ के साथ उन्होंने जबरदस्त वापसी की। इसके बाद ‘दबंग’, ‘बजरंगी भाईजान’ और ‘टाइगर जिंदा है’ जैसी फिल्मों ने उन्हें बॉक्स ऑफिस का बेताज बादशाह बना दिया।

फिल्मों के अलावा सलमान खान अपने चैरिटी फाउंडेशन ‘बीइंग ह्यूमन’ के जरिए समाज सेवा के कार्यों में भी सक्रिय रहते हैं। इंडस्ट्री में उन्हें कई नए चेहरों का गॉडफादर भी माना जाता है। आज भी देश-विदेश में उनकी फैन फॉलोइंग का कोई सानी नहीं है।