साँची बनेगा उपभोक्ताओं की पहली पसंद, दुग्ध संघ ने पेश किया विकास का नया रोडमैप

इंदौर सहकारी दुग्ध संघ मर्यादित की 42वीं वार्षिक साधारण सभा का आयोजन 30 सितम्बर 2025 को गुरु अमरदास हॉल, इंदौर में सम्पन्न हुआ। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संभागायुक्त और दुग्ध संघ के प्राधिकृत अधिकारी डॉ. सुदाम खाड़े ने कहा कि इंदौर दुग्ध संघ ने लगातार प्रगति की ओर कदम बढ़ाते हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 में 707.34 करोड़ रुपए का वार्षिक टर्नओवर हासिल किया। इस दौरान संघ ने 20 करोड़ 54 लाख 27 हजार रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया है, जो दुग्ध व्यवसाय में निरंतर वृद्धि का प्रमाण है।

9 जिलों में सक्रिय, रोज़ाना 2.93 लाख किलोग्राम दुग्ध का संकलन

वर्तमान में दुग्ध संघ का कार्यक्षेत्र 9 जिलों में फैला हुआ है। वर्ष 2024-25 में 1523 दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों के माध्यम से प्रतिदिन औसतन 2.93 लाख किलोग्राम दुग्ध का संकलन किया गया। सभा के दौरान डॉ. खाड़े ने आगामी वर्ष 2025-26 के लक्ष्यों की जानकारी दी, जिसमें 550 नई समितियों का गठन, 250 निष्क्रिय समितियों का पुनर्गठन, और 240 समितियों का सुदृढ़ीकरण प्रमुख हैं। इस वर्ष कुल 2323 समितियों के माध्यम से प्रतिदिन 4.11 लाख किलोग्राम दूध संकलन का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

साँची ब्रांड को मिलेगा नया अवतार: “टॉप ऑफ द माइंड” बनाने की रणनीति

दुग्ध संघ के मुख्य कार्यपालन अधिकारी बलवीर शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड (NDDB) और इंदौर दुग्ध संघ के बीच 13 अप्रैल से हुए समझौते के तहत दुग्ध संघ के प्रबंधन और संचालन की नई व्यवस्था शुरू की गई है। इसके तहत अब साँची ब्रांड को री-ब्रांड किया जा रहा है। उद्देश्य है कि साँची उपभोक्ताओं के “टॉप ऑफ द माइंड” ब्रांड के रूप में उभरे। इसके तहत नए उत्पादों के साथ साँची को बाज़ार में फिर से प्रस्तुत किया जाएगा, जिससे ब्रांड की पहचान और बाज़ार में हिस्सेदारी दोनों मजबूत हो सकें।

अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के अवसर पर 5 वर्षों में 20% दुग्ध उत्पादन का लक्ष्य

डॉ. सुदाम खाड़े ने सभा को संबोधित करते हुए बताया कि यह वर्ष अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इस अवसर पर आने वाले पांच वर्षों में दुग्ध उत्पादन में 20 प्रतिशत की वृद्धि का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि विश्व स्तर पर 30 प्रतिशत दुग्ध उत्पादन भारत करता है, जिसमें मध्यप्रदेश की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

प्रमुख अधिकारी और पूर्व पदाधिकारी रहे उपस्थित

इस वार्षिक सभा के अवसर पर प्रबंधकारिणी सदस्य डॉ. बिल्सन डाबर, संयुक्त संचालक, पशुपालन एवं डेयरी विभाग बीएल मकवाना, संयुक्त आयुक्त सहकारिता नीलम नीनामा, संयुक्त संचालक, कोष एवं लेखा विभाग दिनेश पटेल, प्रबंध समिति अध्यक्ष सपना विष्णु पटेल, एमपीसीडीएफ भोपाल प्रतिनिधि डॉ. शुभांकर नंदा सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे। साथ ही पूर्व अध्यक्ष मोतीसिंह पटेल, उमराव सिंह मौर्य और पूर्व संचालकगण की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की।