स्वतंत्र समय, इंदौर
लूट, धोखाधड़ी और मारपीट के मामले में जिला कोर्ट ने मंत्री के करीबी कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी ( Sanjay Jaiswani ) के खिलाफ विविध धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश पुलिस को दिए हैं। अब जैसवानी एक और मामले में उलझते दिख रहे हैं। लूट, धोखाधड़ी और मारपीट के मामले में जिला कोर्ट ने मंत्री के करीबी कन्फेक्शनरी कारोबारी संजय जैसवानी के खिलाफ विविध धाराओं में केस दर्ज करने के आदेश पुलिस को दिए हैं। अब जैसवानी एक और मामले में उलझते दिख रहे हैं।
रशियन नागरिक ने Sanjay Jaiswani पर लगाए आरोप
रशियन नागरिक गौरव अहलावत ने जैसवानी ( Sanjay Jaiswani ) और उनके ग्रुप पर सरकार से 2.74 करोड़ की राशि की धोखाधड़ी करने का गंभीर आरोप लगाया है। इस मामले में उन्होंने डीआईसी (जिला उद्योग केंद्र) इंदौर को संजय जैसवानी, संजय कलवानी, यतेंद्र जोशी समेत अन्य के खिलाफ लिखित शिकायत की है। मशीनरी, प्लांट आदि लगाने पर इस राशि के बदले में एक सब्सिडी राशि मप्र शासन द्वारा उद्योगपति को दी जाती है। जीआरवी बिस्किट प्रालि जो मूल रुप से गौरव अहलावत ने स्थापित की थी। इसकी सब्सिडी राशि जून 2022 में और फिर मार्च 2023 में दूसरी किश्त में कुल मिलाकर 1.18 करोड़ रुपए आईसीआईसीआई बैंक खाते में आई थी। अगली राशि फिर आने वाली थी लेकिन सिंतबर 2024 में कंपनी के शेयर बदलने से संजय जैसवानी ग्रुप के कब्जे में आ गई। इस मामले में अहलावत ने महा प्रबंधक डीआईसी को 4 दिसंबर को पत्र लिखकर राशि को जारी नहीं करने की बात कहते हुए आवेदन दिया और कहा कि विवाद सुलझने तक इस राशि की एफडी बनाकर सुरक्षित रखा जाए।
दूसरा खाता खुलवाकर ले ली राशि
हालांकि, इसी दौरान जैसवानी गुट ने 12 नवंबर 2024 को डीआईसी को पत्र लिखकर सब्सिडी राशि एचडीएफसी बैंक खाते में देने की मांग की। इसके बाद यह राशि 7 दिसंबर को विंध्याचल भवन ट्रेजरी से 2.74 करोड़ राशि जीआरवी बिस्किट प्रालि के एचडीएफसी बैंक खाते में डाल दी गई। यह राशि डालते ही इसी दिन 7 दिसंबर को ही पूरी निकाल ली गई। खाते में केवल 0.69 रुपए ही शेष रहे। गिरोह ने ष्ठढ्ढष्ट से 2.74 करोड़ की सब्सिडी प्राप्त की और उसी दिन इस खाते से पैसे निकाल लिए, केवल 0.69 पैसे बच गए।
अहलावत के आरोप- सब्सिडी की चोरी
अहलावत के आरोप है कि संजय जैसवानी, संजय कलवानी, यतेंद्र जोशी और गिरोह ने मेरी कंपनी से 2.74 करोड़ सब्सिडी चुरा लिए हैं। इस चोरी को अंजाम देने के लिए जीआरवी बिस्किट्स का एक नया अकाउंट खोला गया और उस अकाउंट में सब्सिडी का पैसा आते ही वहां से निकल ले गए । इस मामलें में दो बार शिकायत करने के बाद भी ष्ठढ्ढष्ट ने बिना जांच किए सब्सिडी के पैसे दे दिए।
दस्तावेजों में की गई हेराफेरी
इसके पहले अहलावत के साथ उन्हें घर पर बंधक बनाकर हुई लूट, मारपीट और फिर शेयर में धोखाधड़ी को लेकर कोर्ट ने दायर परिवाद में एफआईआर के आदेश पुलिस को दिए हैं। इसमें संजय जसवानी, संजय कलवानी, कंचन जेवनानी, नितिन जेवनानी, विजय जैसवानी, दिनेश मनवानी, जय माथे, संदीप, नदीम, नीरज व यतींद्र के विरुद्ध धोखाधड़ी करने पर स्नढ्ढक्र दर्ज करने के आदेश दिए हैं। इन पर फर्जी व कूटरचित दस्तावेज बनाने हेरा फेरी करने छल व आपराधिक षड्यंत्र अपहरण मारा पीटी करने का आरोप है।