Jaiswani ने मास्को के कारोबारी की कंपनी हड़पने का भी रचा षड्यंत्र

स्वतंत्र समय, इंदौर

कन्फेक्शन कारोबार के नटवरलाल संजय जैसवानी ( Jaiswani ) की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। प्रदेश के एक मंत्री के साथ कारोबारी तरीके से लिंक और सीए को बंधक बनाकर मारपीट करने के आरोपी संजय जैसवानी के खिलाफ मॉस्को के नागरिक और जैसवानी के साथ बिजनेस करने वाले गौरव अहलवात ने थाने में शिकायत की है। इस शिकायत में जैसवानी व अन्य पर धोखाधड़ी के साथ ही लूट, मारपीट करने का भी आरोप है। अहलावत के साथ एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्री मप्र (एआईएमपी) भी आ गया है। सभी उद्योगपतियों ने एकजुट होकर अहलावत के साथ जाकर आवेदन दिया। इसके पहले सीए को बंधक बनाने के मामले में सीए एसोसिएशन इंदौर ने एकजुट होकर थाने पर और पुलिस आयुक्त को ज्ञापन दिया था जिसके बाद ही पुलिस हरकत में आई और जैसवानी और उनके गार्ड जय माथे पर केस दर्ज किया था।

अहलावत ने Jaiswani के साथ इनकी भी शिकायत की

अहलावत ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी करने के लिए संजय जैसवानी ( Jaiswani ), उनके साले संजय कलवानी, भांजी कंचन जेवनानी, भांजे नितिन जेवनानी, संजय के भाई विजय जैसवानी, कई कंपनियों में डायरेक्टर दिनेश मनवानी के साथ ही जैसवानी के बाडीगार्ड जय माथे (जो सीए को बंधक बनाने केस में भी आरोपी है), सीसीटीवी काम देखने वाले संदीप, सेल्स देखने वाले नदीम, वेयरहाउस देखने वाले नीरज, कंसलटेंट यतींद्र जोशी व अन्य के खिलाफ शिकायत की है।

इस तरह जैसवानी ने उलझाया

अहलवात ने अपनी शिकायत में बताया कि वह मॉस्को में काम करता था। साल 2012 से दोनों के कारोबारी संबंध थे। सोनीपत में जीआरवी बिस्किट्स कंपनी लगाई थी। बाद में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रवासी भारतीय पहले से प्रोत्साहित होकर और कारोबार बढ़ाया। जैसवानी ने कच्चा माल इंदौर में सस्ता होने की बात कहकर सितंबर 2018 में जीआरवी बिस्किटस कंपनी इंदौर शिफ्ट करवा ली। इसमें जैसवानी की ओर से भी एक डायरेक्टर संजय कलवानी को बनाया। बाद में बिना पूछे जुलाई 2024 में भांजे नितिन को भी डायरेक्टर बना दिया। बैंकिंग, फाइलिंग के लिए भांजी कंचनी को जिम्मेदारी दी। नौ सितंबर 2024 को कंचन ने मेरा मोबाइल लिया और कहा कि कुछ लीगल फॉर्मेलिटी करना है। फिर 11 सितंबर को गार्ड ने फैक्टरी में घुसने नहीं दिया बोला कि जैसवानी ने मना किया है। मैं जैसवानी के घर बसंत बिहार गया तो धमकाया कि सारे शेयर मुझे दे दो, नहीं तो जान से मार दूंगा। इसके बाद मेरे घर 222 बसंत बिहार में दिनेश मनवानी, संदीप, नदीम, नीरज यह सभी आए और मोबाइल, लैपटॉप यह सभी ले गए और धमका गए बाहर मत निकलना। अगले दिन 12 सितंबर को मेरी मां कृष्णा आई तो उन्हें भी बंधक बना लिया और मुझे भी जमकर पीटा। बाद में मां छूटी और मैंं निकलकर होटल मैरियट में जाकर रुका। बाद में उनके भतीजे क्रिश ने फैक्टरी में जाकर सारे दस्तावेज, हार्डडिस्क ले ली। मुझे 14 सितंबर को पता चला कि जैसवानी ने पूरे शेयर होल्डिंग में अफरातफरी की और मेरी कंपनी, फैक्टरी को धोखाधड़ी कर हड़पा जा रहा है।