सराफा चौपाटी परंपरागत व्यंजन से ही महकेंगी, सैडविच-चाइनिज होगे बाहर, राजस्व अधिकारी ने लिया एक्शन

इंदौर में सराफा चाट-चौपाटी अब वर्चस्व की लड़ाई बन चुकी है। कभी यहां पर परंपरागत व्यजनों की खुशबू महकती थी लेकिन अब इसका रूप बदलता जा रहा है। इंदौर की पहचान बन चुकी सराफा चौपाठी यहां के व्यापारियो को ही खटकने लगी जिसको लेकर अब यहां की व्यवस्था सुधारने के लिए नगर निगम मुख्यालय में बैठक हुई। इसमें परंपरागत दुकानों को लेकर चर्चा के दौरान एक सैंडविच की दुकान पर सवाल उठे। दरअसल चौपाटी में परंपरागत व्यंजनों की दुकानों को अनुमति देने के लिए तय किया गया है। लेकिन सूची में सैडविच और चाइनिज को भी शामिल किया गया जिस पर राजस्व अधिकारी ने आपत्ति ले ली।

ऐसा हुआ घटनाक्रम
सराफा चाट-चौपाटी की व्यवस्था सुधारने को लेकर बनाई गई कमेटी की निगम मुख्यालय में बैठक हुई। इसमें चौपाटी में लगाई जाने वाली परंपरागत दुकानों को लेकर चर्चा होना थी, लेकिन बैठक अधूरी रही। वहीं चाट-चौपाटी एसोसिएशन अध्यक्ष राम गुप्ता ने बैठक में 70 दुकानों की सूची सामने रखी। पूर्व में बनाए गए दिशा-निर्देश के हिसाब से परंपरागत दुकानों को सूची में शामिल करना था लेकिन इसमें परंपरागत व्यंजनों के दुकानदार शामिल नहीं थे।

दुकान पर उठा सवाल
सूची में सैंडविच की एक दुकान भी शामिल थी। इस पर राजस्व प्रभारी ने सवाल उठाया कि सैंडविच कब से परंपरागत व्यंजन हो गया। बैठक में सराफा व्यापारी एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकम सोनी, नगर निगम राजस्व प्रभारी निरंजनसिंह चौहान और अपर आयुक्त रोहित सिसोनिया इसमें शामिल हुए। अपर आयुक्त सिसोनिया ने सूची में तीन दर्जन से ज्यादा ऐसी दुकानें चिह्नित कीं।

व्यंजनों की गुणवत्ता होगी तय
चौपाटी अध्यक्ष से कहा गया है कि पूर्व में ही यह तय हुआ था कि परंपरागत व्यंजनों को ही अनुमति दी जाएगी, इसके बावजूद सैंडविच और चाइनिज व्यंजनों की दुकानों को सूची में शामिल किया। अपर आयुक्त ने स्पष्ट किया कि सराफा चाट-चौपाटी में आग जलाने की अनुमति नहीं रहेगी। चौपाटी में बेचे जाने वाले व्यंजनों की गुणवत्ता का भी ध्यान रखना होगा। उन्होंने चौपाटी अध्यक्ष से कहा कि वे दोबारा सूची तैयार करें। दो दिन में वे खुद सराफा चौपाटी आकर वास्तविकता जांचेंगे।