भ्रष्टाचारी Saurabh Sharma को जन्म देने वाले पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह: हेमंत कटारे 

स्वतंत्र समय, भोपाल

आरटीओ के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ( Saurabh Sharma ) की अनुकंपा नियुक्ति और उसके यहां पड़े लोकायुक्त, आयकर छापों के बाद अब इस मामले में सियासत गरमाती जा रही है। विस में उपनेता प्रतिपक्ष हेमंत कटारे ने गुरुवार को इस मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूर्व मंत्री भूपेंद्र सिंह को घेरा।

Saurabh Sharma की नियुक्ति में लिखी थी तत्कालीन मंत्री ने नोटशीट

हेमंत कटारे ने आरोप लगाया कि सौरभ शर्मा ( Saurabh Sharma ) की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कटारे ने तत्कालीन गृह एवं परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह की लिखी नोटशीट भी जारी की। कटारे ने पूर्व मंत्री और सागर के खुरई से विधायक भूपेंद्र सिंह के एक बयान का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि आरक्षक की नियुक्ति की फाइल मंत्री तक नहीं आती। ये ट्रांसपोर्ट कमिश्नर के स्तर से होती है। वह कोई ऐसा एक कागज या नोटशीट दिखा दें, जिसमें मैंने सौरभ शर्मा की नियुक्ति की सिफारिश की हो तो बताए। भूपेंद्र सिंह के बयान का वीडियो दिखाते हुए कटारे ने कहा- पूर्व परिवहन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने एक कागज दिखाने की बात कही थी। मैं दो-दो कागज सार्वजनिक कर रहा हूं। सौरभ के नियुक्ति पत्र की प्रति तत्कालीन परिवहन मंत्री के निज सचिव को भेजी गई थी। उस आदेश की प्रतिलिपि जिन्हें भेजी गई उसमें लिखा था निज सहायक माननीय परिवहन मंत्री जी की नोटशीट क्रमांक 14/09/16 के संदर्भ में सूचनार्थ, इससे यह स्पष्ट होता है कि सौरभ शर्मा की नियुक्ति में तत्कालीन मंत्री भूपेंद्र सिंह ने नोटशीट लिखी थी। कटारे ने नोटशीट भी जारी की।

मालथौन चेकपोस्ट पर रहा सौरभ शर्मा

हेमंत कटारे ने कहा कि भूपेंद्र सिंह के विधानसभा क्षेत्र खुरई के मालथौन चेक पोस्ट है। जब भूपेंद्र सिंह परिवहन विभाग के मंत्री थे, तब सौरभ लंबे समय तक मालथौन में पदस्थ रहा। इसके बाद जब वे नगरीय विकास मंत्री बने, तब भी सौरभ निरंतर उनकी विधानसभा में पदस्थ रहा। हेमंत ने कहा कि क्या यह संभव है कि भूपेंद्र सिंह जो शिवराज सिंह की नाक के बाल थे, उनकी इच्छा के खिलाफ सौरभ शर्मा उनकी विधानसभा में इतने लंबे समय तक काम करता रहा। कटारे ने बताया कि भूपेंद्र सिंह के स्टाफ में कोई सेंगर हैं। जिसकी मदद से सौरभ का सारा लेन-देन होता था। अगर उनके कॉल डिटेल की जांच होगी तो यह पूरा कनेक्शन सामने आ जाएगा।

कलेक्टर के पत्र पर मंत्री ने खुद लिया संज्ञान

कटारे ने कहा कि मंत्री जी का दूसरा कागज मैं दिखा रहा हूं,जिसमें भूपेंद्र सिंह के हस्ताक्षर की नोटशीट है। इसमें पूर्व मंत्री के साइन है। सवाल ये है कि आरक्षक की भर्ती में मंत्री अभिमत क्यों मांग रहे हैं? मंत्री खुद ही नियुक्ति के लिए कह रहे हैं और अभिमत भी मांग रहे हैं। कागज बता रहे हैं कि मंत्री जी डायरेक्ट इसमें इन्वॉल्व थे। कटारे ने कहा कि 12 अगस्त 2016 का कलेक्टर का एक पत्र है। उसमें कलेक्टर ने परिवहन आयोग को पत्र लिखा। उसकी कॉपी संचालक स्वास्थ्य सेवाएं, दूसरी प्रतिलिपि सीएमएचओ ग्वालियर और तीसरी सौरभ शर्मा को भेजी। इसमें मंत्री को कहीं कोई कॉपी नहीं भेजी गई है। लेकिन मंत्री जी के सौरभ शर्मा के प्रति इतनी चिंता थी कि उन्होंने स्वत: संज्ञान ले लिया।

भूपेन्द्र बोले- मैनेज होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे कटारे

हेमंत कटारे के आरोपों पर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने खुरई में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जवाब दिया। भूपेन्द्र सिंह ने कहा- कटारे जी मैनेज होकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगा रहे हैं। जो असली आरोपी हैं वो अपने बचने के लिए तमाम हथकंडे अपना रहे हैं। कटारे के आरोपों पर पूर्व मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि मेरे परिवहन मंत्री के रूप में मेरे कार्यकाल में सौरभ शर्मा कभी भी मेरे विधानसभा क्षेत्र के चेकपोस्ट पर पदस्थ नहीं रहा। अगर कभी उसकी पोस्टिंग मालथौन चेकपोस्ट पर रही है तो हेमंत कटारे उसका आदेश व तारीख बताएं। यदि ये प्रमाणित कर दें तो मैं राजनीति से संन्यास ले लूंगा, मैं हेमंत कटारे जी पर मानहानि का केस करूंगा।