Sawan 2025: सावन में इन 5 पवित्र वस्तुओं का करें दान, शिव कृपा से खुलेगा भाग्य और बरसेगा धन

Sawan 2025: 11 जुलाई से शुरू हो रहा सावन का महीना, भगवान शिव को समर्पित सबसे खास समय माना जाता है। पूरे महीने शिव भक्त व्रत, पूजा, और विभिन्न धार्मिक अनुष्ठानों के जरिए शिवजी की आराधना करते हैं। यह महीना सिर्फ भक्ति का ही नहीं, बल्कि सेवा और दान का भी श्रेष्ठ समय है।

श्रावण मास में हर धार्मिक कार्य को भगवान शिव को समर्पित भाव से करना चाहिए। पूजा-पाठ हो, उपवास हो या कोई सेवा कार्य — हर कर्म में शिव का ध्यान बेहद आवश्यक माना गया है। यह समय आध्यात्मिक साधना और आत्मशुद्धि के लिए उत्तम होता है। सावन के महीने में विशेष रूप से दान देने की परंपरा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस मास में कुछ विशेष वस्तुओं का दान करने से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। यह दान सिर्फ परोपकार का माध्यम नहीं बल्कि आत्मिक उन्नति का साधन भी बनता है। हालांकि दान पुण्य किसी भी रूप में किया जाए, वह शुभ होता है, लेकिन सावन के महीने में काले तिल, चावल, रुद्राक्ष, चांदी और नमक जैसी खास चीजों का दान करने से मनचाही मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इनका संबंध सीधे-सीधे शिव तत्त्व और पौराणिक मान्यताओं से जुड़ा हुआ है।

1. काले तिल का दान: ग्रह दोषों से मुक्ति का उपाय

सावन के पवित्र महीने में काले तिल का खास महत्व माना गया है। शिवपुराण के अनुसार भगवान शिव को काले तिल अत्यंत प्रिय हैं। शिवलिंग पर जलाभिषेक के समय जल में काले तिल मिलाकर अर्पित करना अत्यंत शुभ माना जाता है। साथ ही किसी गरीब या ब्राह्मण को काले तिल का दान करने से कुंडली के ग्रह दोष शांत होते हैं और तरक्की के रास्ते खुलते हैं।

2. चावल का दान: जीवन में लाता है सौभाग्य और सुख

चावल को शुद्ध और सात्त्विक अन्न माना जाता है और सावन के महीने में शिव जी पर चावल चढ़ाना शुभ फलदायी होता है। एक मुट्ठी चावल शिवलिंग पर अर्पित करने या किसी ज़रूरतमंद को दान करने से जीवन में खुशहाली आती है। माना जाता है कि इससे घर में दरिद्रता दूर होती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

3. रुद्राक्ष का दान: अकाल मृत्यु और संकटों से रक्षा

रुद्राक्ष का संबंध स्वयं भगवान शिव के आंसुओं से बताया गया है। सावन के महीने में रुद्राक्ष पहनना और दान करना दोनों ही शुभ माने जाते हैं। किसी योग्य साधक या शिवभक्त को रुद्राक्ष दान करने से अकाल मृत्यु का भय समाप्त होता है और आत्मबल में वृद्धि होती है। यह दान आर्थिक समृद्धि और आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है।

4. चांदी का दान: कालसर्प दोष से मुक्ति का उपाय

जिन जातकों की कुंडली में कालसर्प दोष है, उनके लिए सावन में चांदी का दान करना विशेष फलदायी माना गया है। चांदी शीतल धातु है और इसका संबंध चंद्रमा तथा जल तत्व से है, जो शिव जी के सिर पर विराजित हैं। चांदी का दान करने से दुर्भाग्य टलता है और मानसिक शांति मिलती है। यह धन और सुख-संपत्ति की वृद्धि में सहायक होता है।

5. नमक का दान: नकारात्मक ऊर्जा और तनाव से राहत

सावन में नमक का दान करना भी एक प्रभावी उपाय माना गया है। किसी गरीब व्यक्ति को नमक दान करने से जीवन की कठिनाइयाँ धीरे-धीरे समाप्त होने लगती हैं। यह नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और मानसिक तनाव से राहत देने में सहायक होता है। यह उपाय घर की शांति बनाए रखने के लिए भी अत्यंत उपयोगी है।