स्वतंत्र समय, शिवपुरी
मध्य प्रदेश के स्कूल का चर्चा देशभर में हो रहा है। यहां ट्रेन-डिब्बे जैसा स्कूल की शक्ल दे दी गई है। यह प्रयोग इसलिए किया गया ताकि बच्चों का स्कूल के प्रति रुझान बढ़ सके। शिवपुरी के खानयाधाना तहसील में नवाचार किया गया है।
ट्रेन-डिब्बे जैसा स्कूल बनाया
स्कूल में कमरों को रेल के डिब्बों की तरह बनाया गया है। माध्यमिक विद्यालय क्रमांक 1 में किए गए प्रयोग का असर भी हो रहा है। ज्यादा से ज्यादा बच्चों ने स्कूल आना शुरू कर दिया है। स्कूल की इमारत को ट्रेन की शक्ल दी गई है। कई लोग ऐसे भी हैं जो इसके साथ सेल्फी लेने के लिएआ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि हमारे इलाके में रेलवे स्टेशन और रेल सुविधा नहीं है, लेकिन इस स्कूल को रेल की शक्ल में देखकर रेलवे स्टेशन और रेल की पटरी जैसा महसूस हो रहा है।
शिक्षा विभाग के अधिकारी संजय भदोरिया ने कहा कि शिक्षा में नवाचार करके छात्र उपस्थिति के साथ ही शैक्षणिक गुणवत्ता में भी सुधार किया जा रहे हैं। इस नए प्रयोग का उद्देश्य ही है कि बच्चों की रुचि स्कूल और शिक्षा के प्रति बढ़े। शिवपुरी के स्कूल का निर्माण 5 साल पहले किया गया था, लेकिन स्कूल को ट्रेन के डिब्बों की तरह रंगने की योजना हाल ही में बनाई गई। बच्चों के माता-पिता को भी यह विचार पसंद आया। उन्होंने सराहना की और कहा कि बच्चे बिना किसी शिकायत के स्कूल जा रहे हैं।
पचास स्कूलों को बदलेंगे
शिवपुरी और आसपास के इलाकों में जाकर गरीब मजदूर बच्चे ही हैं। शिक्षा को बढ़ावा देने का अभियान जारी है। शिक्षा विभाग की तैयारी है कि आसपास के इलाकों से 50 स्कूलों को चिन्हित किया जाए। इन सभी स्कूलों में नए प्रयोग किए जाएंगे। जानकारों से सुझाव मांगे गए हैं। खेल खेल में शिक्षा को बढ़ावा देने की कोशिश है। कल स्कूलों में नया रंग रोगन, पेंटिंग , चित्रकारी जैसे प्रयोग करने की तैयारी है।