विपिन नीमा, इंदौर
नए साल के मई या जून में शहरवासियो का हाई स्पीड वाली मेट्रो रेल में सफर करने का सपना पूरा होने वाला है। मेट्रो का पहला सेट आने के बाद दूसरा सेट भी इंदौर पहुंच चुका है। पिछले दिनों वडोदरा स्थित कंपनी के प्लांट से तीन कोच का सेट पेक बंद होकर 28 पहियों के ट्राले से रवाना हुआ था, जो सुरक्षित रूप से इंदौर पहुंचा । इस दूसरे सेट के साथ ही गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर तक 5.9 किलोमीटर का ट्रायल रन जल्द ही प्रारंभ होने वाला हे। ट्रायल रन के लिए दूसरा ट्रेक भी लगभग तैयार हो चुका हे। ट्रायल रन के साथ ही गांधीनगर और सुपर कॉरिडोर के बीच बन रहे पांच मेट्रो स्टेशन का निर्माण कार्य भी तेजी से चल रहा है।
28 पहिए वाले बड़े कंटेनर से सुरक्षित पहुंचे मेट्रो कोच
जानकारी के मुताबिक मेट्रो का तीन कोच वाला दूसरा सेट लाने के लिए मेट्रो कंपनी के अधिकारी पिछले कई दिनों से लगातार प्रयास कर रहे थे। पिछले दिनों ही मेट्रो के कुछ अधिकारियों ने गुजरात के सांवली, वडोदरा में स्थित कंपनी का दौरा भी किया था। मेट्रो अधिकारियों के मुताबिक 8 दिनों में करीब 800्यद्व की दूरी तय करके मेट्रो के 3 कोच बुधवार – गुरुवार को देर रात इंदौर पहुंचे । मेट्रो कोच को सुरक्षित पहुंचाने के लिए कंटेनर के चारो तरफ से मजबूती के साथ कवर किया गया हे। कोच को 28 पहियों के बड़े कंटेनर में 20 से 30 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से लाया गया हैं। अभी यह ट्राला गांधी नगर डिपो पर हे। कोच को उसी प्रोसेस से कंटेनर से नीचे उतारा जाएगा जैसे पहली मेट्रो को उतारा गया था।
ट्रायल रन के साथ स्टेशन भी तेजी से तैयार हो रहे हैं
मेट्रो का ट्रायल रन गांधी नगर से सुपर कॉरिडोर एरिया के 5.9 किलोमीटर ट्रैक पर पांच स्टेशन तैयार किए जा रहे है, इसमें गांधी नगर में एक और सुपर कॉरिडोर पर चार मेट्रो स्टेशन शामिल है । हालांकि सरकार का दावा है कि जून 2024 तक गांधी नगर से रेडीसन चौराहे तक का सफर आम लोग कर सकेंगे। यह सफर 17 किमी लंबा होगा। इंदौर-भोपाल मेट्रो ट्रेन के कोच निर्माण का ठेका अलस्टोम कंपनी को दिया गया है। इंदौर मेट्रो कॉरिडोर के लिए आने वाले वर्षों में करीब 75 कोच आना हैं, जो 25 ट्रेन सेट (प्रति सेट तीन कोच) के रूप में आएगा। फिलहाल इंदौर में 2 और भोपाल में एक सेट भेजे जा चुके हैं और उन्हीं से मेट्रो कॉरिडोर का ट्रायल रन चल रहा है। कोच की चौड़ाई 2.9 मीटर और लंबाई 22 मीटर है।
इंदौर मेट्रो रूट…
- लंबाई 31.46 इंचेस
- एलिवेटेड रूट – 22.76 DMRU
- अंडर ग्राउंड रूट – 8.7 इंचेस
इंदौर मेट्रो स्टेशन
- कुल स्टेशन – 28
- एलिवेटेड – 21
- अंडर ग्राउंड – 7
मेट्रो का संचालन
- इंदौर में 25 ट्रेन सेट का होगा संचालन
- 1 ट्रेन में होंगे 3 कोच
- दूसरा सेट भी इंदौर पहुंचा
यात्रियों के सफर को यादगार बनाएगी मेट्रो
- प्रत्येक कोच में 50 लोगों के बैठने एवं 300 लोगों के खड़े होने का स्थान
- अधिकतम डिजाइन स्पीड 90 किमी प्रति घंटा
- उच्चतम सुरक्षा एवं ऊर्जा संरक्षण
- आधुनिक स्वचालित दरवाजे
- आपातकालीन द्वार
- यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली
- दिव्यांग व्यक्तियों के लिए आरक्षित सीट
- पकड़ने के लिए ग्रैब हैंडल
- वातानुकूलित कोच
- आपातकालीन संपर्क
- सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणाली
- अत्याधुनिक तकनीक से तैयार सिग्नलिंग और दूरसंचार प्रणाली का उपयोग किया गया है
मेट्रो में कुछ इस तरह की व्यवस्था रहेगी
- सिग्नलिंग प्रणाली
- अत्याधुनिक सिग्नलिंग प्रणाली (स्वचालन बेड-4)
- संचार-आधारित ट्रेन नियंत्रण प्रणाली
- केन्द्रीकृत नियंत्रण और निगरानी (ओसीसी)
- दूरसंचार प्रणाली
- समय वितरण प्रणाली (टीडीएस)
- आपातकालीन सहायक बिन्दु प्रणाली (ईएचपीएस)
- यात्री सूचना प्रदर्शन प्रणाली (पीआईडीएस)