केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में चूक, काफिले में घुस गया युवक, वीडियो वायरल

केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की सुरक्षा में एक बड़ी चूक का मामला सामने आया है। यह घटना तेलंगाना दौरे के दौरान हुई, जब एक युवक सुरक्षा घेरा तोड़कर सीधे उनके काफिले में घुसने का प्रयास करने लगा। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसने मंत्री की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक, शिवराज सिंह चौहान तेलंगाना के दौरे पर थे। जब उनका काफिला सड़क मार्ग से गुजर रहा था, तभी अचानक एक युवक दौड़ता हुआ उनकी गाड़ी के बेहद करीब पहुंच गया। सुरक्षाकर्मियों ने तुरंत हरकत में आते हुए उसे रोका, लेकिन कुछ पलों के लिए अफरातफरी का माहौल बन गया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि कैसे सुरक्षा प्रोटोकॉल का उल्लंघन हुआ है।

सुरक्षाकर्मियों ने युवक को दबोचा

वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि जैसे ही युवक मंत्री की गाड़ी के पास पहुंचा, वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों और पुलिस के जवानों ने उसे पकड़ लिया। उसे तुरंत काफिले से दूर ले जाया गया। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि युवक का इरादा क्या था या वह मंत्री से क्यों मिलना चाहता था। पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और युवक से पूछताछ की जा रही है।

पहले भी हो चुकी हैं ऐसी घटनाएं

यह पहली बार नहीं है जब किसी वीआईपी के काफिले में इस तरह की सुरक्षा चूक हुई हो। इससे पहले भी कई नेताओं के दौरों के दौरान आम लोग सुरक्षा घेरा तोड़कर करीब पहुंचने की कोशिश कर चुके हैं। शिवराज सिंह चौहान को जेड प्लस (Z+) श्रेणी की सुरक्षा प्राप्त है, जिसके बावजूद इस तरह की घटना होना सुरक्षा एजेंसियों के लिए चिंता का विषय है।

सोशल मीडिया पर उठ रहे सवाल

घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया यूजर्स सुरक्षा व्यवस्था की आलोचना कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि केंद्रीय मंत्री स्तर के नेता की सुरक्षा में ऐसी लापरवाही गंभीर परिणाम ला सकती है। स्थानीय प्रशासन ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है, लेकिन सूत्रों का कहना है कि सुरक्षा में तैनात अधिकारियों से जवाब तलब किया जा सकता है।

फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या यह केवल उत्साह में किया गया कार्य था या इसके पीछे कोई और मंशा थी। वीआईपी मूवमेंट के दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम होते हैं, लेकिन इस घटना ने यह साबित कर दिया है कि कहीं न कहीं चूक की गुंजाइश रह जाती है।