सीहोर: मध्य प्रदेश के सीहोर स्थित कुबेरेश्वर धाम में एक बार फिर अंतर्राष्ट्रीय कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा के सान्निध्य में भव्य रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन होने जा रहा है। यह नौ दिवसीय आयोजन 14 फरवरी से 22 फरवरी तक चलेगा, जिसमें शिव महापुराण कथा के साथ-साथ श्रद्धालुओं को अभिमंत्रित रुद्राक्ष का भी वितरण किया जाएगा।
कुबेरेश्वर धाम समिति के अनुसार, इस साल रुद्राक्ष वितरण की व्यवस्था 24 घंटे उपलब्ध रहेगी ताकि देश-विदेश से आने वाले लाखों भक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। पिछले आयोजनों में उमड़ी भारी भीड़ को देखते हुए इस बार व्यवस्थाओं को और अधिक सुदृढ़ किया गया है।
पिछले साल की घटनाओं से लिया सबक
गौरतलब है कि पिछले वर्ष हुए रुद्राक्ष महोत्सव में उम्मीद से कई गुना अधिक श्रद्धालु पहुंच गए थे, जिसके कारण व्यवस्थाएं चरमरा गई थीं और भगदड़ जैसी स्थिति बन गई थी। इंदौर-भोपाल हाईवे पर कई किलोमीटर लंबा जाम लग गया था, जिससे आम लोगों और श्रद्धालुओं को भारी परेशानी हुई थी। इन्हीं अनुभवों से सबक लेते हुए इस साल आयोजन समिति और जिला प्रशासन पहले से ही अलर्ट मोड पर हैं।
श्रद्धालुओं के लिए व्यापक इंतजाम
इस वर्ष के आयोजन के लिए कुबेरेश्वर धाम में बड़े स्तर पर तैयारियां की जा रही हैं। श्रद्धालुओं के रुकने के लिए विशाल डोम और पंडाल बनाए जा रहे हैं। इसके अलावा, समिति द्वारा भक्तों के लिए भोजन और पानी की निःशुल्क व्यवस्था भी की जाएगी।
समिति ने बताया कि रुद्राक्ष वितरण के लिए कई काउंटर बनाए जाएंगे, जो दिन-रात चालू रहेंगे। इसका मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि किसी भी श्रद्धालु को रुद्राक्ष लेने के लिए लंबी कतारों में घंटों इंतजार न करना पड़े और व्यवस्था सुचारू रूप से चलती रहे।
सुरक्षा और यातायात पर विशेष फोकस
जिला प्रशासन भी इस आयोजन को लेकर पूरी तरह मुस्तैद है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने और यातायात प्रबंधन के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की जा रही है। धाम परिसर और आसपास के संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं ताकि हर गतिविधि पर नजर रखी जा सके। प्रशासन का प्रयास है कि पिछले साल की तरह हाईवे पर जाम की स्थिति दोबारा न बने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो।