सिवनी हवाला कांड : SDOP पूजा पांडे गिरफ्तार, CM बोले- बख़्शा नहीं जाएगा

मध्यप्रदेश के सिवनी जिले से पुलिस विभाग को शर्मसार करने वाली एक बड़ी खबर सामने आई है। इस मामले में मुख्यमंत्री मोहन यादव की भी प्रतिक्रिया सामने आ चुकी है। पिछले कुछ दिनों पहले ही हवाला मनी लूट मामले में एसडीओपी पूजा पांडे समेत 10 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया था।

हाल ही में अब पूजा पांडे को गिरफ्तार किया गया है। इनके साथ एसआई अर्पित भैयाराम, कांस्टेबल योगेन्द्र, कांस्टेबल नीरज, कांस्टेबल जगदीश पर भी सख्त कार्यवाही की गई है। इनके खिलाफ सिवनी जिले के लखनवाडा थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 310(दो), डकैती की धारा 140 (तीन), किडनैपिंग और धारा 61 (2) आपाराधिक षडयंत्र समेत अन्य धाराओं में आरोपी पुलिसकर्मियो पर केस दर्ज किया गया है। 

जानकारी के अनुसार, 8 अक्टूबर की रात सीलादेही फोरलेन पर चैकिंग के दौरान एक जीप (एमएच 13 ईके 3430) को रोका गया था। वाहन में महाराष्ट्र के जालना जिले के सोना-चांदी व्यापारी सोहनलाल परमार के 1.45 करोड़ रुपये रखे थे। वाहन के ड्राइवर और सहयोगी कटनी से जालना जा रहे थे। बताया जाता है कि चैकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों ने वाहन से रकम जब्त की, लेकिन न तो विधिवत जब्ती बनाई गई और न ही इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई। 

इतनी बड़ी राशि आरोपी पुलिस कर्मियों ने सरकारी खजाने में जमा ना करके आपस में राशि की बंदरबाट कर ली थी। इस प्रकरण में करीब 3 करोड़ की हवाला राशि पुलिसकर्मियों पर हड़पने के आरोप लगे है। 

रकम मिलने के बाद पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर और उसके साथी से मारपीट कर उन्हें भगा दिया और पूरी राशि अपने कब्जे में रख ली। अगले दिन सुबह तक यह मामला दबाने का प्रयास किया गया। जब व्यापारी और उसके सहयोगी सिवनी कोतवाली पहुंचे तो उन्हें एसडीओपी कार्यालय बुलाकर प्रकरण को रफा-दफा करने की कोशिश की गई। इसके बाद 10 अक्टूबर को डीजीपी कैलाश मकवाना ने एसडीओपी पूजा पांडे को भी निलंबित कर पुलिस मुख्यालय भोपाल अटैच कर दिया।

सूत्रो के मुताबिक पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार मेहता ने बताया कि जब्त की गई रकम की वैधता और वास्तविक स्वामित्व की जांच की। फरियादी ने अपनी शिकायत में कुल 2 करोड़ 96 लाख 50 हजार रुपये होने का उल्लेख किया।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस केस में कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि कानून का उल्लंघन करने वालो को बख़्शा नहीं जाएगा। सीएम में कहा कि मध्यप्रदेश में कानून का राज रहेगा। बहरहाल, इस मामले में 11 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।