आगामी सिंहस्थ पर्व को ध्यान में रखते हुए इंदौर की जीवनदायिनी नदियाँ – कान्ह और सरस्वती – स्वच्छता अभियान का केंद्र बन गई हैं। सांसद शंकर लालवानी ने बैठक में स्पष्ट किया कि दोनों नदियों की सफाई और शुद्धिकरण के लिए जल्द ही विशेष कार्ययोजना तैयार की जाएगी और इसे समयबद्ध तरीके से पूरा करना अनिवार्य होगा। उन्होंने कहा कि नदी का जल केवल शुद्ध रहे, बल्कि देखने में भी निर्मल और सुंदर दिखाई दे, इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएँ।
बारिश से क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत शीघ्र
इंदौर जिले में हाल ही में हुई बारिश के कारण कई प्रमुख सड़कों की हालत खराब हो गई है। बैठक में निर्णय लिया गया कि गड्ढों को भरने और क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत का काम तत्काल प्रारंभ होगा। विशेष रूप से राऊ से क्षिप्रा तक बायपास मार्ग और निर्माणाधीन ओवरब्रिज के डायवर्जन सड़कों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा। सांसद लालवानी ने निर्देश दिए कि सड़क दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए तकनीकी खामियों को जल्द सुधारा जाए और लापरवाही पाए जाने पर अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाए।
ग्रामीण नदियों की स्वच्छता पर भी जोर
सांसद कविता पाटीदार ने बैठक में सुझाव दिया कि शहरी नदियों की शुद्धता ग्रामीण क्षेत्रों की नदियों पर निर्भर करती है। इसलिए गाँवों में नालों और ड्रेनेज व्यवस्था को मजबूत बनाना जरूरी है ताकि दूषित जल नदियों में न मिले। इस संबंध में कलेक्टर शिवम वर्मा ने ग्रामीण यांत्रिकी विभाग को निर्देश दिए कि गाँवों में भी नदियों की शुद्धिकरण योजना बनाई जाए। साथ ही ग्रामीण इलाकों में गीले और सूखे कचरे के पृथक्करण (सेग्रीगेशन) की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए।
शहर से लगे गाँवों की सफाई की संयुक्त योजना
बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव ने कहा कि शहर के आसपास बसे गाँवों की स्वच्छता को प्राथमिकता दी जाएगी। गाँवों से निकलने वाले कचरे की प्रोसेसिंग की जिम्मेदारी नगर निगम उठाएगा। इसके लिए विशेष संयुक्त कार्ययोजना बनाई जाएगी और कचरा संग्रहण दल गठित किए जाएँगे। महापौर ने आगामी 22 सितम्बर को “नो-कार डे” मनाने की जानकारी भी दी और सभी नागरिकों से पर्यावरण संरक्षण हेतु उस दिन कार का उपयोग न करने की अपील की।
खेल महोत्सव से बढ़ेगी खेल भावना
सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत इस वर्ष जिले में बड़े पैमाने पर सांसद खेल महोत्सव आयोजित होगा। यह आयोजन ग्राम स्तर से लेकर जिला स्तर तक चलेगा और विभिन्न खेल प्रतियोगिताओं के माध्यम से युवाओं की प्रतिभा को मंच मिलेगा। आयोजन की जिम्मेदारी खेल एवं युवा कल्याण विभाग और शिक्षा विभाग को दी गई है। यह महोत्सव 2 अक्टूबर तक चलेगा और जिले भर में खेल के प्रति उत्साह का नया वातावरण बनाएगा।
आदि कर्मयोगी अभियान : 54 गाँवों में सेवा केंद्र
बैठक में आदि कर्मयोगी अभियान की प्रगति पर भी चर्चा हुई। बताया गया कि केन्द्र सरकार के निर्देशानुसार इस अभियान के तहत जिले के 54 गाँवों में सेवा केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। इसमें महू जनपद के 52 गाँव और इंदौर जनपद के 2 गाँव शामिल हैं। इन सेवा केंद्रों पर मास्टर ट्रेनर्स नियुक्त किए गए हैं, जिन्हें आवश्यक प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। इस अभियान का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में विकास और सेवा कार्यों को नई गति देना है।