Indore News : शाहबानो केस पर आधारित फिल्म ‘हक’ की रिलीज से पहले ही विवाद खड़ा हो गया है। शाहबानो की बेटी और कानूनी वारिस सिद्दिका बेगम खान ने फिल्म की रिलीज, प्रदर्शन और प्रमोशन पर रोक लगाने की मांग करते हुए इंदौर हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।

उनका कहना है कि फिल्म के मेकर्स ने न तो परिवार से अनुमति ली और न ही घटनाओं को सही तरीके से पेश किया। इस पर मंगलवार को कोर्ट में सुनवाई होनी है।
सिद्दिका बेगम की ओर से अधिवक्ता तौसीफ वारसी ने बताया कि फिल्म के डायरेक्टर सुपर्ण एस. वर्मा, जंगली पिक्चर्स, बावेजा स्टूडियोज और केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (CBFC) को नोटिस भेजा गया है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि फिल्म में शरिया कानून को नकारात्मक रूप में दिखाया गया है, जिससे मुस्लिम समाज की भावनाएं आहत हो सकती हैं।

वारसी ने कहा कि फिल्म शाहबानो के जीवन और 1970 के दशक में महिलाओं के अधिकारों को लेकर हुए ऐतिहासिक मुकदमे पर आधारित है, लेकिन इसमें कई तथ्य तोड़-मरोड़कर पेश किए गए हैं। साथ ही शाहबानो के निजी और पारिवारिक जीवन से जुड़ी संवेदनशील बातें बिना अनुमति दिखाना निजता का उल्लंघन है। फिल्म में यामी गौतम और इमरान हाशमी मुख्य भूमिकाओं में हैं, और इसका रिलीज डेट 7 नवंबर तय है।
गौरतलब है कि शाहबानो बेगम मध्य प्रदेश के इंदौर की निवासी थीं। उनके पति मोहम्मद अहमद खान ने उन्हें तीन तलाक देकर घर से निकाल दिया था। इसके बाद उन्होंने भरण-पोषण के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया। 1985 में सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो के पक्ष में फैसला दिया, जिससे पूरे देश में बहस छिड़ गई।
मुस्लिम संगठनों ने इस फैसले को शरिया कानून के खिलाफ बताते हुए विरोध किया था। राजनीतिक दबाव के चलते तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने 1986 में “मुस्लिम महिला (तलाक पर अधिकार संरक्षण) अधिनियम” पारित किया, जिसमें तलाकशुदा महिलाओं को केवल इद्दत अवधि तक ही भरण-पोषण देने का प्रावधान था।
अब शाहबानो की बेटी का कहना है कि फिल्म ‘हक’ न केवल सच्चाई से परे है, बल्कि उनकी मां की गरिमा और परिवार की भावनाओं को ठेस पहुंचाती है।
प्रेम कहानी से कानूनी बहस में बदलती फिल्म
फिल्म के मेकर्स का कहना है कि ‘हक’ फिल्म की शुरूआत एक प्रेम कहानी से होती है, जो कि धीरे-धीरे पति-पत्नी के निजी विवाद से आगे बढ़कर एक सामाजिक और कानूनी बहस में बदल जाती है। फिल्म में कोर्टरूम के सीन संविधान के अनुच्छेद 44 के तहत आने वाले समान नागरिक संहिता जैसे बड़े नीति विषयों पर रोशनी डालते है।
‘हक’ फिल्म के मुख्य किरदार शाहबानो का निधन सन् 1992 में ब्रेन हैमरेज की वजह से हुई थी। इसलिए उनके परिवार ने उनकी तरफ से ये याचिका दायर की है। हालाकि अब हक फिल्म विवादों में घिरती नजर आ रही है। वहीं 7 नवंबर को इसकी फिल्म की रिलीज डेट है। वहीं अब फिल्म मेकर्स को हाईकोर्ट से आने वाले अगले निर्देशो का इंतजार है।