Shahdol Fire Accident: शहडोल के गांधी चौक की दुकानों में लगी भीषण आग, लाखों का नुकसान, पांच लोग रेस्क्यू

Shahdol Fire Accident: 5 अगस्त 2025 की सुबह शहडोल शहर के सबसे व्यस्त और भीड़भाड़ वाले गांधी चौक क्षेत्र में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब दुकानों में अचानक भीषण आग भड़क उठी। भारतीय प्रेस, हरियाणा हैंडलूम, और अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान इस आग की चपेट में आ गए। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया और एक दर्जन से अधिक दुकानों को अपनी चपेट में ले लिया। इन दुकानों में कपड़ा, स्टेशनरी, इलेक्ट्रॉनिक्स, और अन्य व्यवसाय संचालित हो रहे थे, जो पूरी तरह जलकर खाक हो गए।

लोगों में दहशत, प्रशासन को दी गई त्वरित सूचना

स्थानीय नागरिकों ने जब दुकानों से तेज धुआं और आग की ऊंची लपटें उठती देखीं, तो उन्होंने तुरंत पुलिस, नगर निगम और दमकल विभाग को सूचित किया। पास ही स्थित भारती टावर होटल में ठहरे लोग भी घबरा गए और कई लोग अपने कमरे छोड़कर बाहर भागने लगे। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए शहडोल कोतवाली पुलिस, नगर पालिका की टीम और राहत एवं बचाव दल मौके पर पहुंच गए और इलाके को घेराबंदी कर सुरक्षित किया।

दमकल की पहली कोशिश विफल, अन्य शहरों से बुलाई गई गाड़ियाँ

प्रारंभ में नगर पालिका की दमकल गाड़ी ने आग बुझाने का प्रयास किया, परंतु आग की तीव्रता इतनी अधिक थी कि एक गाड़ी से उस पर काबू पाना संभव नहीं हो सका। इसके बाद तुरंत ही अनूपपुर, उमरिया और कटनी जैसे आसपास के जिलों से अतिरिक्त दमकल गाड़ियाँ मंगाई गईं। कई घंटे बीतने के बाद भी आग पर पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है। फायर ब्रिगेड की टीम, पुलिस, नगर पालिका और स्थानीय नागरिकों के सहयोग से बचाव और नियंत्रण कार्य अब भी जारी है।

CCTV फुटेज की जांच, शॉर्ट सर्किट की आशंका

पुलिस और प्रशासन की टीमों ने घटनास्थल पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है ताकि आग लगने के कारणों का पता लगाया जा सके। प्रारंभिक अनुमान में शॉर्ट सर्किट को एक संभावित वजह माना जा रहा है, लेकिन इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो पाएगी। विशेषज्ञों की टीम द्वारा इलेक्ट्रिकल वायरिंग और कनेक्शन की भी जांच की जा रही है।

करोड़ों का नुकसान, दुकानदार सदमे में

प्रारंभिक आकलन के अनुसार, इस भीषण आग से लगभग 1 से 2 करोड़ रुपए की संपत्ति का नुकसान हुआ है। दुकानदारों का वर्षों का कारोबार और सारा स्टॉक जलकर नष्ट हो गया। कई व्यापारी मौके पर ही रोने लगे और सदमे की स्थिति में पहुंच गए। उनका कहना है कि इतनी बड़ी हानि से उबरना उनके लिए आसान नहीं है।

मुआवजे और पुनर्वास की मांग

घटना की सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिक, व्यापारी संगठन और सामाजिक कार्यकर्ता मौके पर पहुंच गए। व्यापारियों का आरोप है कि यदि दमकल विभाग की व्यवस्था और तकनीकी संसाधन बेहतर होते, तो आग पर समय रहते काबू पाया जा सकता था और इतना बड़ा नुकसान नहीं होता। दुकानदारों ने सरकार से मांग की है कि तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की जाए और प्रभावितों के लिए पुनर्वास की योजना चलाई जाए।

क्षेत्र की घेराबंदी, लोगों से दूरी बनाए रखने की अपील

आग लगने के बाद पुलिस ने गांधी चौक के आसपास के पूरे क्षेत्र को पूरी तरह से घेर लिया है। आम जनता को घटनास्थल के पास न आने की अपील की जा रही है ताकि राहत कार्य बिना बाधा के चल सके। पुलिस कर्मी हर चौराहे और गली में तैनात हैं ताकि कोई अनहोनी न हो।

भविष्य के लिए सबक

इस भयावह हादसे ने शहडोल नगर प्रशासन को एक चेतावनी दे दी है। स्थानीय नागरिकों और व्यापारिक संगठनों ने सुझाव दिया है कि भविष्य में ऐसे हादसों से बचने के लिए बाजार क्षेत्रों में अग्नि सुरक्षा उपकरण अनिवार्य किए जाएं, समय-समय पर बिजली व्यवस्था की जांच हो और दमकल विभाग की संसाधनों में वृद्धि की जाए।