Shambhu Border : पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे, 8 घायल

स्वतंत्र समय, शंभू बॉर्डर (पटियाला)

पंजाब के 101 किसान रविवार को दोपहर 12 बजे पैदल शंभू बॉर्डर ( Shambhu Border ) से दिल्ली के लिए रवाना हुए, लेकिन पुल पर हरियाणा पुलिस ने उन्हें रोक लिया। करीब पौने 4 घंटे बाद जत्थे को वापस लौटना पड़ा। शुरूआत में पुलिस और किसानों के बीच बहस हुई।

13 मांगों को लेकर Shambhu Border पर बैठे हैं किसान

प्रदर्शन के दौरान शंभू बॉर्डर ( Shambhu Border ) पर हरियाणा पुलिस ने किसानों से दिल्ली जाने का परमिशन लेटर मांगा। उन्होंने कहा कि बिना परमिशन के वह दिल्ली नहीं जा सकते। इसके बाद किसानों ने बैरिकेडिंग तोडऩे की कोशिश की। इस पर हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े, जिसमें 7-8 किसान घायल हुए। इसके साथ किसानों पर पानी की बौछार भी की गई। हालांकि इस बीच हरियाणा पुलिस ने किसानों पर फूल भी बरसाए। किसान नेता सरवन पंधेर के मुताबिक एक किसान की हालत गंभीर है। उसे चंडीगढ़ अस्पताल रेफर किया गया है। ऐसे में जत्थे को वापस बुलाने का फैसला लिया गया। उन्होंने कहा कि सोमवार को दोनों फोरम फैसला करेंगे कि आगे कब जाना है। किसान केंद्र सरकार से फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के कानून समेत 13 मांगें कर रहे हैं। इससे पहले 6 दिसंबर को भी किसानों ने दिल्ली कूच करने की कोशिश की थी, लेकिन हरियाणा पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे, जिसमें 8 किसान घायल हो गए। इसके बाद पंधेर ने किसानों को वापस बुला लिया।

हरियाणा पुलिस ने क्या-क्या इंतजाम किए

हरियाणा पुलिसने किसानों को रोकने के लिए पुल के ऊपर और नीचे करीब 1000 जवान तैनात किए। 3 वज्र वाहन खड़े किए। आंसू गैस के गोलों के डिब्बे रखे। घायलों को ले जाने के लिए 10 एंबुलेंस के अलावा 7 गाडिय़ां तैनात कीं। आंसू गैस के गोलों से निपटने के लिए 500 मीटर के दायरे में पानी के टैंकरों और बोरियों का इंतजाम किया। किसानों को चश्मे और मास्क के साथ नमक भी दिया। दरअसल, आंसू गैस से सांस लेने में दिक्कत होती है। नमक चाटने से राहत मिलती है।