उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले से देश को झकझोर देने वाली एक घटना सामने आई है। यहां एक टोल प्लाजा पर ड्यूटी कर रहे कर्मचारियों ने सेना के एक जवान को बेरहमी से पीट डाला। जानकारी के अनुसार, जवान कश्मीर में अपनी ड्यूटी जॉइन करने जा रहे थे, लेकिन बीच रास्ते में ही टोल कर्मियों ने उन्हें रोक लिया और विवाद इतना बढ़ गया कि मारपीट तक पहुंच गया।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, गुस्से में लोग
इस पूरे प्रकरण का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वायरल फुटेज में साफ देखा जा सकता है कि टोल कर्मियों ने जवान को पहले रस्सी से बांध दिया, फिर जमीन पर पटक कर लात-घूंसों और डंडों से हमला किया। वीडियो देखकर हर कोई हैरान है और देश के लिए सीमा पर तैनात जवान के साथ ऐसा व्यवहार होने पर गुस्से से भरा हुआ है। आम लोगों के साथ-साथ सेना से जुड़े संगठनों और पूर्व सैनिकों ने भी सोशल मीडिया पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
टोल टैक्स विवाद से भड़की मारपीट
मिली शुरुआती जानकारी के अनुसार, झगड़े की जड़ टोल टैक्स को लेकर थी। जवान ने खुद को सेना का सिपाही बताते हुए पहचान पत्र भी दिखाया, लेकिन टोल कर्मचारियों ने उनकी बात को अनदेखा किया। इसके बजाय उन्होंने जवान से बहस शुरू कर दी और कुछ ही देर में मामला हिंसा तक पहुंच गया। यह घटनाक्रम इस बात पर भी सवाल खड़ा करता है कि टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारी कितने संवेदनशील और अनुशासित हैं।
पुलिस ने शुरू की जांच, जिम्मेदारों पर होगी सख्त कार्रवाई
घटना की गंभीरता को देखते हुए मेरठ पुलिस तुरंत हरकत में आई। पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि टोल प्लाजा पर जवान के साथ हुई मारपीट को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जिम्मेदार कर्मचारियों की पहचान की जा रही है और उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई होगी। प्रशासन का भी कहना है कि सैनिक देश की सुरक्षा में दिन-रात खड़े रहते हैं और उनके सम्मान से खिलवाड़ किसी भी हाल में मंजूर नहीं किया जा सकता।
लोगों में आक्रोश, टोल कर्मियों के रवैये पर उठे सवाल
स्थानीय लोगों ने भी इस घटना पर कड़ा विरोध जताया है। उनका कहना है कि मेरठ समेत कई जगहों के टोल प्लाजा पर मनमानी, बदसलूकी और मारपीट की शिकायतें अक्सर सामने आती रहती हैं। जवान के साथ हुई मारपीट ने इन आरोपों को और पुख्ता कर दिया है। अब लोगों की मांग है कि सरकार टोल प्लाजा पर काम करने वाले कर्मचारियों की सख्ती से जांच करे और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए।