Shanaya Kapoor ने ट्रोल्स पर खुलकर की बात, कहा- नकारात्मक टिप्पणियां पढ़कर खुद को बेहतर करती हूं

बॉलीवुड में डेब्यू करने की तैयारी कर रही शनाया कपूर इन दिनों अपनी पहली फिल्म आंखों की गुस्ताखियां को लेकर चर्चा में हैं। इस फिल्म में उनके साथ विक्रांत मैसी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। लेकिन फिल्मी पर्दे पर कदम रखने से पहले ही शनाया सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग का सामना कर रही हैं। हाल ही में एक साक्षात्कार में शनाया ने ट्रोल्स और नकारात्मक टिप्पणियों के प्रति अपने दृष्टिकोण को साझा किया। उन्होंने बताया कि वह नकारात्मक टिप्पणियों से भागती नहीं, बल्कि उन्हें पढ़कर खुद को बेहतर करने की कोशिश करती हैं।

Shanaya Kapoor: ट्रोलिंग को देखने का नया नजरिया

आज के डिजिटल युग में सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग कोई नई बात नहीं है। खासकर उन हस्तियों के लिए जो लगातार सुर्खियों में रहते हैं। शनाया कपूर, जो संजय कपूर और महीप कपूर की बेटी हैं, ने अपने साक्षात्कार में बताया कि वह नकारात्मक टिप्पणियों को नजरअंदाज करने के बजाय उन्हें ध्यान से पढ़ती हैं। “मैं ऐसी इंसान हूं जो नकारात्मक लेख और टिप्पणियां ढूंढती है। मुझे लगता है कि मुझे दर्शकों की राय जाननी चाहिए। यह मेरा उनके प्रति कर्तव्य है,” शनाया ने स्क्रीन मैगजीन को दिए एक साक्षात्कार में कहा।

उनका यह दृष्टिकोण कई मायनों में अनोखा है। जहां ज्यादातर सितारे ऑनलाइन नफरत से बचने की कोशिश करते हैं, वहीं शनाया इसे एक अवसर के रूप में देखती हैं। वह मानती हैं कि आलोचना, चाहे वह कितनी भी कठोर क्यों न हो, उन्हें अपने काम में सुधार करने का मौका देती है।

Shanaya Kapoor आलोचना को अपनाने की हिम्मत

शनाया ने यह भी स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर कई बार उनकी शारीरिक बनावट या अभिनय को लेकर व्यक्तिगत टिप्पणियां की जाती हैं। लेकिन वह इन टिप्पणियों को दिल से नहीं लगातीं। इसके बजाय, वह इनसे सीखने की कोशिश करती हैं। “मुझे लगता है कि हमें यह समझना होगा कि लोग क्या कह रहे हैं। हर टिप्पणी में कुछ न कुछ सीखने की बात होती है,” शनाया ने कहा।

उन्होंने यह भी बताया कि वह अपने समर्थकों और प्रशंसकों से मिलने वाले प्यार और समर्थन पर ज्यादा ध्यान देती हैं। इससे उन्हें नकारात्मकता का सामना करने की ताकत मिलती है। “मैं प्यार और समर्थन पर फोकस करती हूं, और इस तरह नकारात्मकता धीरे-धीरे कम हो जाती है,” उन्होंने एक पुराने साक्षात्कार में कहा था।