वैदिक ज्योतिष में शनि देव को कर्मफल दाता और न्याय का देवता माना जाता है। ग्रहों की चाल में बदलाव का सीधा असर मानव जीवन पर पड़ता है। ज्योतिषीय गणनाओं के अनुसार, साल 2025 में एक महत्वपूर्ण खगोलीय घटना होने जा रही है। शनि देव अपनी चाल बदलकर वक्री अवस्था में आएंगे, जिससे ‘धन राजयोग’ का निर्माण होगा।
यह परिवर्तन सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा, लेकिन तीन विशेष राशियां ऐसी हैं जिनके लिए यह समय बेहद शुभ साबित हो सकता है। इन राशियों के जातकों को आकस्मिक धनलाभ और तरक्की मिलने के प्रबल योग बन रहे हैं। आइए जानते हैं कि वे कौन सी तीन भाग्यशाली राशियां हैं।
मेष राशि (Aries)
मेष राशि के जातकों के लिए शनि का वक्री होना काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। ज्योतिषीय विश्लेषण के मुताबिक, शनि देव इस राशि के बारहवें भाव में वक्री होंगे। यह स्थिति धन राजयोग का निर्माण कर रही है, जिससे आय में वृद्धि के संकेत मिल रहे हैं।
इस दौरान आय के नए स्रोत खुलने की संभावना है। जो लोग व्यापार से जुड़े हैं, उन्हें कोई बड़ी डील मिल सकती है। इसके अलावा, नौकरीपेशा लोगों के लिए भी समय अनुकूल रहेगा। जूनियर और सीनियर दोनों का सहयोग प्राप्त होगा, जिससे कार्यक्षेत्र में प्रतिष्ठा बढ़ेगी।
वृषभ राशि (Taurus)
शनि की उल्टी चाल वृषभ राशि वालों के लिए वरदान साबित हो सकती है। शनि देव इस राशि के इनकम भाव यानी ग्यारहवें घर में वक्री होने जा रहे हैं। यह गोचर आर्थिक स्थिति को मजबूत करने वाला माना जा रहा है।
इस अवधि में निवेश से अच्छा रिटर्न मिलने की उम्मीद है। शेयर बाजार, सट्टा और लॉटरी जैसे क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी लाभ हो सकता है। इसके अतिरिक्त, संतान पक्ष से कोई शुभ समाचार मिलने के योग बन रहे हैं, जिससे पारिवारिक माहौल खुशनुमा रहेगा।
मकर राशि (Capricorn)
मकर राशि के स्वामी स्वयं शनि देव हैं, इसलिए इस राशि पर उनका विशेष प्रभाव रहता है। 2025 में शनि मकर राशि के तीसरे भाव में वक्री होंगे। यह स्थिति जातकों के साहस और पराक्रम में वृद्धि करेगी।
विदेश से जुड़े व्यापार या नौकरी करने वालों के लिए यह समय विशेष रूप से फलदायी हो सकता है। भाई-बहनों का पूरा सहयोग मिलेगा, जिससे कई रुके हुए कार्य पूरे होंगे। आकस्मिक धनलाभ के भी योग बन रहे हैं, जो आर्थिक चिंताओं को दूर करने में सहायक होंगे।
डिस्क्लेमर: इस लेख में दी गई जानकारी ज्योतिषीय मान्यताओं और पंचांग पर आधारित है। इसे केवल सूचना के तौर पर लें। किसी भी निर्णय से पहले संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह अवश्य लें।