Shani Vakri 2025: 28 फरवरी को शनि देव कुंभ राशि में अस्त हो रहे हैं, जो ज्योतिषीय दृष्टि से एक महत्वपूर्ण घटना है। वे शाम 7:01 बजे अस्त होंगे और 6 अप्रैल को पुनः उदित होंगे। शनि के अस्त होने से उनकी प्रभावशीलता में कमी आएगी, जिससे कुछ राशियों को लाभ होगा, जबकि कुछ राशियों को सावधानी बरतनी पड़ेगी। इस दौरान शनि से जुड़े कार्यों में धीमापन आ सकता है, और कई राशियों को धैर्य और अनुशासन बनाए रखने की जरूरत होगी।
इन राशियों को होगा लाभ
वृषभ राशि
वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना शुभ संकेत लेकर आ सकता है। इस अवधि में करियर में तरक्की के योग बन सकते हैं, जिससे कार्यक्षेत्र में नई उपलब्धियां हासिल हो सकती हैं। इसके अलावा, रुके हुए कार्य पूरे होंगे, जिससे मानसिक शांति मिलेगी। आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा, जिससे धन से जुड़ी परेशानियां कम हो सकती हैं और निवेश के नए अवसर मिल सकते हैं।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना सकारात्मक बदलाव लेकर आ सकता है। इस अवधि में विदेश यात्रा या पढ़ाई से जुड़ी कोई बड़ी खुशखबरी मिल सकती है, जिससे करियर और शिक्षा में नई दिशा मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को प्रमोशन या नई जॉब के अवसर मिल सकते हैं, जिससे उनकी प्रोफेशनल लाइफ में उन्नति होगी। इसके अलावा, पुराने विवाद समाप्त होंगे, जिससे पारिवारिक और सामाजिक संबंधों में सुधार आएगा और मानसिक शांति मिलेगी।
तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए शनि का अस्त होना शुभ संकेत लेकर आ रहा है। इस अवधि में मानसिक शांति मिलेगी और पारिवारिक जीवन सुखद रहेगा, जिससे घर-परिवार में प्रेम और सामंजस्य बढ़ेगा। धन लाभ के योग बन रहे हैं, जिससे आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। साथ ही, निवेश के लिए यह समय अनुकूल है, यदि सोच-समझकर फैसला लिया जाए तो भविष्य में अच्छा लाभ मिल सकता है। हालांकि, कुछ राशियों को इस दौरान सतर्क रहने की जरूरत होगी, क्योंकि शनि के अस्त होने से उनके लिए चुनौतियां बढ़ सकती हैं।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों को शनि के अस्त होने की अवधि में सतर्क रहने की जरूरत है। इस समय स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हो सकती हैं, इसलिए अपनी दिनचर्या और खानपान पर विशेष ध्यान दें। कामकाज में रुकावटें आ सकती हैं, जिससे योजनाएं धीमी गति से आगे बढ़ सकती हैं। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय को जल्दबाजी में लेने से बचें, क्योंकि यह समय सोच-समझकर फैसले लेने की आवश्यकता दर्शा रहा है। संयम और सावधानी बरतकर इस समय को संतुलित तरीके से निकाला जा सकता है।