तीन हिस्सों में टूट सकता है Shivpuri जिला, दो नए जिले बनना तय

स्वतंत्र समय, शिवपुरी

शिवपुरी ( Shivpuri ) जिला को तोड़कर पिछोर और खनियाधाना को नए जिले बनाने की मांग की जा रही है। पिछोर को जिला बनाने के लिए राज्य के पूर्व सीएम शिवराजसिंह चौहान भी सहमति जता चुके थे जबकि खनियाधाना को जिला बनाने के लिए बाकायदा जिला बनाओ संघर्ष समिति विभिन्न गतिविधियां करने में लगी है।

Shivpuri के पिछोर को जिला बनाने का मांग बीस साल पुरानी

शिवपुरी ( Shivpuri ) जिले की पिछोर विधानसभा को जिला बनाने की मांग दो दशक से भी ज्यादा पुरानी है। इसके लिए सन 2003 से मांग की जा रही है। खास बात यह है कि राज्य में इस दौरान अधिकांश समय सत्ता में रही बीजेपी के अधिकांश नेता भी पिछोर को जिला बनाने पर सहमत हैं। पिछोर को जिला बनाने के संबंध में प्रदेश के पिछले दो विधानसभा चुनावों में बीजेपी नेता कई बार सार्वजनिक घोषणा कर चुके हैं। विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने भी आम सभा में पिछोर को जिला बनाने की मांग पर सहमति जताई थी। लेकिन इसके बाद भी पिछोर को अब तक जिले का दर्जा नहीं मिल सका है। पिछोर के साथ ही खनियाधाना को भी जिला बनाने की मांग उठ रही है। खनियाधाना के लोग बताते हैं कि यहां से जिला मुख्यालय शिवपुरी की दूरी 100 किलोमीटर है। हर छोटे बड़े काम के लिए लोगों को इतनी दूर जाना पड़ता है। कई बार जब एक दिन में काम पूरा नहीं होता तो लोगों को रेलवे स्टेशन या बस स्टैंड पर रात गुजारनी पड़ती है। इन परेशानियों को दूर करने के लिए खनियाधाना को जिला बनाने के लिए लोग लामबंद हो गए हैं। टेकरी सरकार मंदिर प्रांगड़ में खनियाधाना को जिला बनाए जाने के लिए विशाल बैठक बुलाई गई थी जिसमें क्षेत्र के हजारों लोग शामिल हुए थे। इसके बाद से जिला घोषणा के लिए विधिवत आंदोलन प्रारंभ किया गया।