भारी बारिश में ट्रैक्टर से गांव पहुंचे शिवराज, जाना आदिवासियों का हाल

मध्यप्रदेश के विदिशा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले खिवनी खुर्द गांव में लगातार हो रही भारी बारिश के बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ट्रैक्टर में बैठकर ग्रामीणों का हाल जानने पहुंचे। बारिश और कीचड़ से लथपथ रास्तों पर पैदल चलते हुए उन्होंने प्रभावित आदिवासी परिवारों के घरों का निरीक्षण किया और उनकी परेशानियों को नजदीक से जाना।

पीड़ितों से की मुलाकात, जाना नुकसान का हाल

शिवराज सिंह चौहान ने गांव में पहुंचकर उन परिवारों से बातचीत की जिनके घर बारिश के कारण क्षतिग्रस्त हो गए हैं। उन्होंने घरों में हुए नुकसान का जायजा लिया और लोगों को भरोसा दिलाया कि सरकार उनके साथ है और हरसंभव सहायता दी जाएगी।

आदिवासी बहनों ने किया आत्मीय सत्कार

गांव में अस्थायी रूप से बनाए गए एक घर में आदिवासी बहनों ने प्रेमपूर्वक शिवराज सिंह चौहान को भोजन कराया। यह दृश्य न केवल मानवीय संवेदना से भरपूर था, बल्कि एक जनसेवक और जनता के बीच के आत्मीय रिश्ते को भी दर्शाता है।

कीचड़ और बारिश में भी ग्रामीणों की बड़ी भागीदारी

भारी बारिश और मुश्किल हालात के बावजूद जब गांव में खेतों में पंचायत बुलाई गई, तो उसमें बड़ी संख्या में ग्रामीणों ने भाग लिया। यह स्थानीय लोगों का अपने प्रतिनिधि पर विश्वास और आशा का प्रतीक था।

“मंत्री नहीं, सेवक बनकर आया हूं” – शिवराज सिंह चौहान

सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वे न तो मंत्री हैं और न ही सांसद बनकर आए हैं, बल्कि लोगों के सेवक के रूप में उनके दुख-दर्द बांटने आए हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य सरकार गरीब और आदिवासी हितों के लिए प्रतिबद्ध है।

अमानवीय अधिकारियों पर होगी कार्रवाई

शिवराज ने बताया कि कुछ अधिकारियों ने अमानवीय व्यवहार करते हुए आदिवासियों के साथ अन्याय किया है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ऐसे अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी क्योंकि उन्होंने सरकार की संवेदनशील छवि को ठेस पहुंचाई है।

नुकसान की होगी भरपाई, मुख्यमंत्री से हुई बात

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उन्होंने इस विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा की है, और मुख्यमंत्री ने तुरंत सर्वे कराकर आदिवासियों के नुकसान की भरपाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने यह भी कहा कि तत्कालिक सहायता मुख्यमंत्री स्वेच्छानुदान निधि से दी जाएगी ताकि प्रभावित परिवारों को तुरंत राहत मिल सके।