स्वतंत्र समय, भोपाल
शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान अपने गृह जिले सीहोर में जिस सिंचाई परियोजना ( irrigation project ) को मंजूरी दी थी, उसे मोहन यादव सरकार ने निरस्त कर दिया है। केंद्रीय मंत्री शिवराज के गृह जिले में 19 करोड़ से अधिक लागत की एकपनिया नहर रहित लघु सिंचाई परियोजना मंजूर की थी, जिसे निरस्त कर दिया है। इसके साथ ही सीएम मोहन यादव के गृह जिले उज्जैन और इंदौर में 11 परियोजनाओं को मंजूरी दी गई हैं।
उज्जैन-इंदौर जिले की 11 लघु irrigation project को मंजूरी
जल संसाधन विभाग ने सिंचाई परियोजना ( irrigation project ) को निरस्त कर आदेश में कहा है कि मुख्य अभियंता से प्राप्त प्रस्ताव अनुसार इस परियोजना का कमांड नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अंतर्गत आइएसपी पार्वती लिंक परियोजना से ओव्हरलेप होने के कारण स्थाई वित्त समिति द्वारा 29 अगस्त 2024 को इस परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति निरस्त करने की मंजूरी दी है। इसी आधार पर अब इस परियोजना की प्रशासकीय स्वीकृति निरस्त की जाती है। इसके साथ ही विभाग ने उज्जैन एवं इंदौर जिले की कुल 11 लघु सिंचाई परियोजनाओं की प्रशासकीय मंजूरी जारी की है।
2 से 10 करोड़ रुपए तक की परियोजनाओं को मिली मंजूरी
इनमें उज्जैन जिले की पंथपिपलाई स्टाम डेम 573.72 लाख, जमालपुरा स्टाप डेम 456.46 लाख, गोथाडा स्टापडेम 624.42 लाख, किथौडारो बैराज 871.10 लाख रुपए की परियोजना शामिल है। इसके साथ ही पिपलिया राघो नंबर-2 बैराज 506.36 लाख, रमावास नंबर-2 बैराज 634.67 लाख की परियोजना तथा इंदौर जिले की ब्रह्मन पिपलिया स्टापडेम 268.90 लाख रुपए, दर्जीकराधिया स्टापडेम 264.03 लाख, कुदाना स्टापडेम 196.97 लाख, कायस्थखेड़ी स्टापडेम 343.05 लाख तथा सहाडा स्टापडेम 431.91 लाख रुपए की परियोजना मंूजर की गई है।