स्वतंत्र समय, भोपाल
बुदनी ( Budni ) और विजयपुर उपचुनाव की तैयारियों को लेकर दिल्ली और प्रदेश संगठन के बीच की दूरियां फिर सामने आई हैं। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी द्वारा तीन महीने पहले बनाई गईं कमेटियों को प्रदेश प्रभारी भंवर जितेंद्र सिंह ने पलट दिया है। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान की विधानसभा सीट बुदनी से बच रहे पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह को प्रदेश प्रभारी ने बाहर ही कर दिया है। वहीं पटवारी द्वारा विजयपुर के प्रभारी बनाए गए पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह को भी कमेटी से अलग कर दिया गया है। जेवी की जगह अब पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव को बुदनी उपचुनाव की कमान सौंपी गई है। बुदनी में 18 दिसंबर तक उपचुनाव कराना अनिवार्य है। जबकि विजयपुर सीट भी 8 जनवरी तक भरी जाना है। ऐसे में दोनों सीटों पर उपचुनाव की घोषणा महाराष्ट्र और झारखंड के विधानसभा चुनावों के साथ इसी माह संभव है। इसे देखते हुए प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने दोनों सीटों के लिए समन्वय समितियां घोषित की हैं।
जयवर्धन सिंह ने पहले दौरे के बाद ही Budni से दूरी बना ली थी
खासबात यह है कि दोनों ही सीटों पर पीसीसी चीफ पटवारी तीन महीने पहले ही समितियां बना चुके हैं, अब पटवारी की कमेटियां अपने आप खत्म हो गई हैं। वैसे भी पीसीसी चीफ की कमेटियों को इनके ही सदस्यों ने गंभीरता से नहीं लिया था। खासकर पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह ने पहले दौरे से लौटते ही बुदनी से दूरी बना ली थी। फिर उन्होंने बुदनी का रुख नहीं किया। यहां तक की पीसीसी चीफ के बुदनी दौरे और टिफिन पार्टी से उन्होंने खुद को दूर ही रखा। जबकि उनकी कमेटी के दूसरे सदस्य पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल लगातार सक्रियता बनाए रहे। उन्होंने वहां बूथ और मंडलम तक टीम को सक्रिय कर दिया। दूसरी तरफ विजयपुर उपचुनाव के लिए पटवारी द्वारा बनाई गई टीम के साथ जयवर्धन तालमेल दिखाते रहे। पूर्व नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद ङ्क्षसह की अगुवाई में बनी टीम के कार्यक्रमों में भी वे शामिल हुए। बताया जाता है कि उन्होंने बाद में पीसीसी चीफ को बुदनी के प्रति अपनी नापसंदगी को बता दिया था। साथ ही विजयपुर को अपने लिए मुफीद बताते हुए वहां जिम्मेदारी मांगी थी।
अब अरुण को मिली कमान
प्रदेश प्रभारी ने बुदनी की बजाय विजयपुर में दिलचस्पी दिखा रहे जयवर्धन को वहीं ट्रांसफर कर दिया है। बुदनी की कमान पूर्व पीसीसी चीफ अरुण यादव को सौंप दी है। उनके साथ पूर्व विधायक शैलेंद्र पटेल और पूर्व मंत्री सज्जन ङ्क्षसह वर्मा को सदस्य बनाया गया है। जबकि विजयपुर में डॉ. गोविंद सिंह को हटाकर राज्यसभा सांसद व पीसीसी के कोषाध्यक्ष अशोक सिंह को कमान सौंपी गई है। समिति में जयवर्धन, पूर्व विधायक लखन सिंह यादव और नीटू सिकरवार को सदस्य रखा है। अशोक सिंह और अरुण यादव के बीच खासी करीबी भी है।