शिवराज के घर बनी सुरेश पचौरी को BJP में लाने की रणनीति

स्वतंत्र समय, भोपाल

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी ने शनिवार को भाजपा (BJP) का दामन थाम लिया है। इसके एक दिन पहले पचौरी पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के बंगले मिलने पहुंचे थे। इनके बीच करीब एक घंटा चर्चा भी हुई और रणनीति के तहत शिवराज, पचौरी को भाजपा में लेकर आए। इसकी जानकारी शिवराज ने शुक्रवार रात्रि में ही भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा को दे दी थी। फिर सीएम यादव को बताया गया। राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा की मप्र से विदाई के तीसरे दिन कांग्रेस को ये बड़ा झटका माना जा रहा है।

BJP कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली

बताया जाता है कि पचौरी कांग्रेस में लंबे समय से हो रही उपेक्षा से वे नाराज चल रहे थे। यही कारण था कि हाल ही में जब राहुल गांधी की भारत न्याय यात्रा मध्यप्रदेश आई, तो वे उसमें शामिल नहीं हुए। इस दौरान उनकी नाराजगी दूर करने के लिए कोई वरिष्ठ नेता उनसे मिलने और बात करने तक नहीं गया। इसके अलावा विधानसभा चुनाव के दौरान उनके समर्थकों को नजरअंदाज किया गया। इससे भी वे नाराज चल रहे थे। उनके साथ पूर्व सांसद गजेंद्र सिंह राजूखेड़ी, इंदौर से कांग्रेस के विधायक रहे संजय शुक्ला, पूर्व विधायक विशाल पटेल, अर्जुन पलिया, सतपाल पलिया और भोपाल जिला कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष कैलाश मिश्रा ने भी भाजपा (BJP) की सदस्यता ग्रहण की। कांग्रेस नेताओं ने सीएम डॉ. मोहन यादव, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा, पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान, कैबिनेट मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा के समक्ष प्रदेश भाजपा कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ग्रहण की।

कांग्रेस की जात की बात से जातीय संघर्ष बढ़ रहा: पचौरी

सुरेश पचौरी ने कहा-कैलाश विजयवर्गीय से हमें मंत्र सीखना है कि चुनाव लड़े तो जीता कैसे जाता है। मेरा ध्येय समाज सेवा और राष्ट्र सेवा का था। कांग्रेस में एक नारा लगा था, न जात का न पात का, लेकिन कांग्रेस में ये नारा दरकिनार कर दिया गया है। आज जाति की बात हो रही है। इससे जातीय संघर्ष बढ़ रहा है।

वीडी बोले- पचौरी कांग्रेस की राजनीति के संत

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व पर कांग्रेस नेताओं ने विश्वास जताया है। भाजपा में पूर्व सीएम कैलाश जोशी को राजनीति का संत कहा जाता था। कांग्रेस की राजनीति में यह पदवी सुरेश पचौरी को मिली है। पचौरी आज भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर रहे हैं। उन्होंने दो प्रधानमंत्री के साथ काम किया है। सुरेश पचौरी एक ऐसे नेता हैं जो कांग्रेस के अध्यक्ष ना रहते हुए भी सेवादल के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने थे।