Shubman Gill: हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट के पहले दिन 20 जून 2025 को शुभमन गिल ने इतिहास रच दिया। 25 वर्षीय इस बल्लेबाज ने अपनी पहली टेस्ट कप्तानी पारी में शतक जड़कर भारत के लिए ऐसा करने वाले पांचवें खिलाड़ी बनने का गौरव हासिल किया। गिल को 24 मई 2025 को मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर ने इंग्लैंड के खिलाफ पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए भारत का 37वां टेस्ट कप्तान नियुक्त किया था। लीड्स के हेडिंग्ले मैदान पर तीसरे सत्र में गिल ने 140 गेंदों में 14 चौकों की मदद से 102* रन बनाकर यह उपलब्धि हासिल की और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की सूची में शामिल हो गए।
Shubman Gill : कप्तानी की पहली पारी में शतक लगाने वाले भारतीय
गिल से पहले चार भारतीय बल्लेबाज अपनी पहली टेस्ट कप्तानी पारी में शतक बना चुके हैं। विजय हजारे ने 1951 में दिल्ली में इंग्लैंड के खिलाफ 164* रन बनाकर इस सूची की शुरुआत की थी। इसके बाद सुनील गावस्कर (1976 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड में 116), दिलीप वेंगसरकर (1987 में वेस्टइंडीज के खिलाफ दिल्ली में 102), और विराट कोहली (2014 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में 115 और 141) ने यह कारनामा किया। गिल अब इस प्रतिष्ठित सूची में पांचवें बल्लेबाज के रूप में शामिल हो गए हैं।
जायसवाल का भी शतक
गिल के अलावा सलामी बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने भी उसी दिन शतक जड़ा। जायसवाल ने 159 गेंदों में 16 चौके और एक छक्के की मदद से 101 रन बनाए। यह उनका पांचवां टेस्ट शतक था। जायसवाल और गिल ने तीसरे विकेट के लिए 129 रनों की शानदार साझेदारी की, जिसने भारत को पहले दिन 359/3 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। जायसवाल की यह पारी इंग्लैंड में उनकी पहली टेस्ट पारी थी, और उन्होंने इसमें अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया।
हेडिंग्ले का मैदान भारतीय बल्लेबाजों के लिए हमेशा खास रहा है। गिल और जायसवाल से पहले सात अन्य भारतीय बल्लेबाज इस मैदान पर टेस्ट शतक बना चुके हैं। 1952 में विजय मांजरेकर (133), 1967 में एमएके पटौदी (148), 1986 में दिलीप वेंगसरकर (102*), 2002 में राहुल द्रविड़ (148), सचिन तेंडुलकर (193), और सौरव गांगुली (128) ने यहां शतक जड़े थे। 2025 में जायसवाल और गिल ने इस सूची में अपने नाम जोड़े, जिससे भारत की बल्लेबाजी ताकत का प्रदर्शन और मजबूत हुआ।
गिल का WTC में शानदार रिकॉर्ड
शुभमन गिल ने 26 दिसंबर 2020 को मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट डेब्यू किया था। तब से उन्होंने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) में छह शतक लगा लिए हैं। भारत के लिए डब्ल्यूटीसी में केवल रोहित शर्मा (9 शतक) उनसे आगे हैं। अगर गिल इस मैच में कम से कम 107 रन और बना लेते हैं, तो वह डब्ल्यूटीसी में 2000 रन पूरे करने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन जाएंगे। उनकी यह पारी उनकी तकनीकी परिपक्वता और कप्तानी की जिम्मेदारी को बखूबी दर्शाती है।
पहले दिन गिल और जायसवाल के शतकों ने भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। गिल ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी करते हुए नियंत्रित और आक्रामक शैली का मिश्रण दिखाया, जबकि जायसवाल ने सलामी बल्लेबाज के रूप में इंग्लैंड के गेंदबाजों को बखूबी जवाब दिया। इस प्रदर्शन ने न केवल भारत के नए टेस्ट युग की शुरुआत को मजबूत किया, बल्कि यह भी साबित किया कि रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति में यह युवा टीम चुनौतियों का सामना करने में सक्षम है।