भारतीय क्रिकेट टीम के नए टेस्ट कप्तान शुभमन गिल ने इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में शानदार प्रदर्शन के साथ सुर्खियां बटोरीं। हेडिंग्ले, लीड्स में खेले जा रहे इस मैच में गिल ने अपनी कप्तानी की शुरुआत एक शानदार शतक के साथ की। हालांकि, उनकी यह उपलब्धि अब एक विवाद के कारण चर्चा में है। खबरों के मुताबिक, गिल ने इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के एक महत्वपूर्ण नियम का उल्लंघन किया है, जिसके चलते उन पर भारी जुर्माना लग सकता है।
क्या है पूरा मामला?
20 जून 2025 को शुरू हुए भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट मैच के पहले दिन शुभमन गिल ने 127 रनों की नाबाद पारी खेलकर सभी का ध्यान खींचा। उनकी इस पारी ने भारत को 359/3 के मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। लेकिन मैदान पर उनकी बल्लेबाजी से ज्यादा चर्चा उनकी ड्रेस कोड को लेकर हो रही है। दरअसल, गिल ने टेस्ट मैच के दौरान काले रंग के मोजे पहने थे, जो ICC के ड्रेस कोड नियमों का उल्लंघन माना जा रहा है।
ICC के नियम 19.45 के अनुसार, टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को सफेद, क्रीम या हल्के भूरे रंग के मोजे पहनने का नियम है। गिल का काले मोजे पहनना इस नियम के खिलाफ है, जिसे लेवल-1 अपराध की श्रेणी में रखा गया है। इस तरह के उल्लंघन के लिए खिलाड़ी को अपनी मैच फीस का 10-20% जुर्माना और एक डिमेरिट पॉइंट मिल सकता है।
क्या कहता है ICC का नियम?
ICC के ड्रेस और उपकरण नियमों के तहत, टेस्ट क्रिकेट में खिलाड़ियों को पारंपरिक सफेद पोशाक के साथ-साथ सफेद या हल्के रंग के मोजे पहनना अनिवार्य है। यह नियम खेल की परंपरा और एकरूपता को बनाए रखने के लिए बनाया गया है। गिल का काले मोजे पहनना, चाहे अनजाने में हो या जानबूझकर, इस नियम का स्पष्ट उल्लंघन है।
मैच रेफरी रिची रिचर्डसन इस मामले की जांच कर रहे हैं। अगर यह उल्लंघन जानबूझकर माना गया, तो गिल पर जुर्माना लगना तय है। हालांकि, अगर यह गलती अनजाने में हुई, जैसे कि सफेद मोजे उपलब्ध न होने या गीले होने की स्थिति में, तो वे सजा से बच सकते हैं।