Shubman Gill : भारतीय टेस्ट टीम आगामी इंग्लैंड सीरीज में शुभमन गिल की कप्तानी में उतरेगी, और बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर कुलदीप यादव ने गिल की नेतृत्व क्षमता पर पूरा भरोसा जताया है। कुलदीप का कहना है कि गिल ने पिछले कुछ वर्षों में सीनियर खिलाड़ियों से बहुत कुछ सीखा है और उनमें पूर्व कप्तानों जैसी नेतृत्व की खूबियां मौजूद हैं।
कुलदीप ने कहा, “शुभमन को पता है कि एक टीम का नेतृत्व कैसे करना है। पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने सीनियर खिलाड़ियों के साथ काम किया है। खास तौर पर पिछले एक साल में आपने देखा होगा कि वह रोहित भाई (रोहित शर्मा) के साथ टेस्ट और वनडे दोनों में कई बार चर्चा करते नजर आए हैं। मुझे यकीन है कि उन्होंने बहुत कुछ सीखा है। लेकिन एक लीडर के तौर पर, मैंने अब तक जो देखा है, वह बहुत प्रेरित हैं और टीम को उत्साहित करने में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।”
Shubman Gill में हैं खूबियां- कुलदीप
उन्होंने आगे कहा, “पिछले तीन-चार अभ्यास सत्रों में मैंने देखा है कि शुभमन में वही खूबियां हैं, जो हमारी पहले की नेतृत्व टीमों में थीं। वह हमारी अगुआई करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।”
भारतीय टीम इस समय बेकेनहम में एक इंट्रा-स्क्वाड अभ्यास मैच खेल रही है, जहां की परिस्थितियां स्पिनरों के लिए मददगार मानी जा रही हैं। इंग्लैंड ने हाल के वर्षों में अपनी पारंपरिक हरी पिचों को छोड़कर अधिक सपाट सतहों को अपनाया है, जिससे आगामी टेस्ट सीरीज में स्पिनरों की भूमिका बढ़ सकती है।
कुलदीप ने पिचों के बारे में कहा, “ऐसा लगता है कि स्पिनरों के लिए अच्छी विकेट होंगी। अभ्यास मैच की विकेट बल्लेबाजी के लिए अच्छी थी। पहले दिन हल्की नमी थी, जिससे तेज गेंदबाजों को कुछ मदद मिली, लेकिन जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, मुझे लगा कि स्पिनरों के लिए उछाल था। पहले दिन मेरे पहले स्पेल में ज्यादा टर्न नहीं मिला, लेकिन आज तीसरा दिन है और मुझे गेंदबाजी करने पर पता चलेगा कि विकेट अब कैसी है। लेकिन अब तक के अभ्यास सत्रों में गेंद थोड़ा टर्न कर रही थी। अगर टेस्ट मैचों में भी ऐसा रहा तो यह वाकई अच्छा होगा।”
उन्होंने आगे कहा, “अगर मौसम गर्म रहा, जैसा कि पिछले तीन-चार दिनों से है, और अगर विकेट ऐसी रहीं, तो स्पिनरों को मदद मिल सकती है। मैं परिस्थितियों को लेकर ज्यादा चिंता नहीं करता, लेकिन अगर विकेट थोड़ी मददगार हो तो गेंदबाजी में मजा आता है।”
जितना अधिक गेंदबाजी करेंगे, उतना बेहतर होगा: कुलदीप
कुलदीप ने यह भी स्वीकार किया कि पिछले कुछ महीनों में टी20 क्रिकेट खेलने के बाद, अब टेस्ट मैचों की तैयारी के लिए ज्यादा से ज्यादा ओवर फेंकना जरूरी है। उन्होंने बताया कि यह रणनीति गेंदबाजों को मजबूत करने और उनके समग्र प्रदर्शन को बेहतर बनाने में मदद करती है।
कुलदीप ने कहा, “पिछले चार-पांच महीनों में हमने काफी टी20 क्रिकेट खेला है, इसलिए ओवरों की मात्रा बहुत महत्वपूर्ण है। सभी गेंदबाजों को निर्देश है कि वे उतने ही ओवर फेंकें जितने एक मैच में फेंकते हैं। तेज गेंदबाज कम से कम 15 से 20 ओवर फेंकेंगे ताकि वे टेस्ट मैच के लिए पूरी तरह तैयार हो सकें। स्पिनरों के लिए भी यही बात है – जितना अधिक हम गेंदबाजी करेंगे, उतना बेहतर होगा।”