स्वस्थ शरीर के लिए संतुलित आहार का होना बेहद जरूरी है और इसमें फाइबर की भूमिका अहम होती है। अक्सर लोग प्रोटीन और विटामिन पर तो ध्यान देते हैं, लेकिन फाइबर को नजरअंदाज कर देते हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, फाइबर न केवल पाचन क्रिया को सुचारू रखता है, बल्कि यह ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने और वजन घटाने में भी मददगार साबित होता है।
जब शरीर में फाइबर की मात्रा कम होने लगती है, तो हमारा शरीर कई तरह के संकेत देने लगता है। इन संकेतों को समय रहते पहचानना जरूरी है ताकि भविष्य में होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से बचा जा सके।
कब्ज की समस्या सबसे आम लक्षण
फाइबर की कमी का सबसे पहला और स्पष्ट संकेत पेट से जुड़ी समस्याएं हैं। अगर आपको अक्सर कब्ज की शिकायत रहती है या मल त्यागने में कठिनाई होती है, तो यह डाइट में फाइबर की कमी का परिणाम हो सकता है। फाइबर मल को नरम बनाता है और आंतों की सफाई में मदद करता है। इसकी कमी से पाचन तंत्र धीमा पड़ जाता है, जिससे पेट फूलने और गैस जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं।
बार-बार भूख लगना
क्या आपको खाना खाने के कुछ ही देर बाद फिर से भूख लग जाती है? यह भी फाइबर की कमी का एक बड़ा लक्षण है। फाइबर युक्त भोजन पचने में समय लेता है, जिससे पेट लंबे समय तक भरा हुआ महसूस होता है। जब आप कम फाइबर वाला खाना खाते हैं, तो वह जल्दी पच जाता है और ब्लड शुगर तेजी से गिरता है, जिससे दोबारा भूख का अहसास होने लगता है। यह स्थिति वजन बढ़ने का भी कारण बन सकती है।
ऊर्जा में कमी और थकान
अगर आप पर्याप्त नींद लेने के बावजूद दिनभर थकान और सुस्ती महसूस करते हैं, तो अपनी डाइट पर गौर करें। फाइबर ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद करता है। इसकी कमी से ब्लड शुगर में अचानक उतार-चढ़ाव होता है, जिससे शरीर की ऊर्जा का स्तर गिर जाता है और व्यक्ति को थकान महसूस होने लगती है।
ब्लड शुगर का अनियंत्रित होना
डायबिटीज के मरीजों के लिए फाइबर का सेवन और भी महत्वपूर्ण है। फाइबर कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करता है, जिससे खाने के बाद ब्लड शुगर अचानक नहीं बढ़ता। अगर जांच में आपका ब्लड शुगर लेवल लगातार ऊपर-नीचे हो रहा है, तो संभव है कि आपके भोजन में फाइबर की पर्याप्त मात्रा नहीं है।
वजन बढ़ना
फाइबर की कमी का सीधा असर आपके वजन पर भी पड़ता है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाने से पेट जल्दी भरता है और हम ओवरईटिंग से बच जाते हैं। इसके विपरीत, फाइबर की कमी होने पर हम अधिक कैलोरी वाला भोजन कर लेते हैं, जिससे धीरे-धीरे वजन बढ़ने लगता है। स्वस्थ वजन बनाए रखने के लिए डाइट में साबुत अनाज, फल और सब्जियों को शामिल करना अनिवार्य है।
विशेषज्ञों की सलाह है कि इन लक्षणों के दिखने पर तुरंत अपनी जीवनशैली और खानपान में बदलाव करें। रोजाना के भोजन में सलाद, दालें और रेशेदार फलों को शामिल कर इन समस्याओं से आसानी से निपटा जा सकता है।