उज्जैन में वर्ष 2028 में होने वाले सिंहस्थ कुंभ मेले के लिए भारतीय रेलवे ने अभी से पूरी ताकत के साथ तैयारियां शुरू कर दी हैं। रेलवे का अनुमान है कि इस बार करीब 1 करोड़ श्रद्धालु ट्रेन से उज्जैन पहुंचेंगे। इन श्रद्धालुओं के स्वागत और सुविधाजनक सफर को सुनिश्चित करने के लिए रेलवे ने 100 स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। साल 2016 में हुए सिंहस्थ में लगभग 20 लाख श्रद्धालु रेल मार्ग से आए थे, लेकिन इस बार यह आंकड़ा पांच गुना तक बढ़ सकता है।
रेलवे बोर्ड चेयरमैन ने किया जमीनी निरीक्षण
मंगलवार को रेलवे बोर्ड के चेयरमैन सतीश कुमार खुद उज्जैन पहुंचे और वहां कुंभ मेले की तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने उज्जैन रेलवे स्टेशन के अलावा आसपास के फ्लैग स्टेशनों – जैसे पिंगलेश्वर, विक्रम नगर, चिंतामन आदि का निरीक्षण किया। उनका कहना था कि जैसे प्रयागराज में बेहतरीन रेल प्रबंधन हुआ था, वैसे ही उज्जैन में भी भव्य और सुव्यवस्थित तैयारी की जाएगी।
रेलवे स्टेशन अपग्रेड और नई पटरियों का कार्य प्रगति पर
सिंहस्थ कुंभ 2028 के मद्देनज़र रेलवे ने उज्जैन और आसपास के रेलवे स्टेशनों को अपग्रेड करना शुरू कर दिया है। रेलवे के अनुसार उज्जैन में 9 नई लाइनें और क्षेत्र में कुल 22 नई रेल लाइनें बिछाई जा रही हैं। इनका उद्देश्य यात्रियों की संख्या के मुताबिक ट्रेन पार्किंग और मूवमेंट को आसान बनाना है। साथ ही, स्टेशन इंफ्रास्ट्रक्चर को भी श्रद्धालुओं की भीड़ को संभालने लायक बनाया जा रहा है।
होल्डिंग एरिया बनाए जाएंगे 8 से 9 स्थानों पर
रेलवे यात्रियों की भीड़ को कंट्रोल करने के लिए उज्जैन के अलग-अलग क्षेत्रों में 8 से 9 बड़े होल्डिंग एरिया तैयार करेगा, जहां ट्रेनों को रोका जा सकेगा और यात्रियों को स्टेशनों पर अधिक भीड़ से राहत मिलेगी। हालांकि, चेयरमैन ने यह स्पष्ट किया कि उज्जैन रेलवे स्टेशन का नया डिज़ाइन अभी तैयार नहीं है, और इसका निर्माण कुंभ मेले के बाद ही होगा।
सरकार और रेलवे मिलकर कर रहे हैं कार्य
रेलवे प्रशासन ने सिंहस्थ की तैयारियों को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के साथ समन्वय बनाना शुरू कर दिया है। सतीश कुमार ने उज्जैन कलेक्टर रोशन सिंह से चर्चा की और बताया कि रेलवे प्रशासन राज्य सरकार के साथ मिलकर हर पहलू पर योजना बनाकर कार्य कर रहा है। उद्देश्य है कि श्रद्धालुओं को किसी तरह की असुविधा न हो और उनकी यात्रा सुरक्षित, तेज़ और आरामदायक हो।
100 स्पेशल ट्रेनें बनेंगी श्रद्धालुओं की जीवनरेखा
रेलवे की योजना है कि कुंभ मेले के दौरान हर क्षेत्र से उज्जैन के लिए 100 से अधिक विशेष रेल सेवाएं चलाई जाएंगी। इन ट्रेनों के माध्यम से श्रद्धालुओं को पूरे भारत से सीधा और सुविधाजनक रेल संपर्क मिलेगा। यह ट्रेनें अस्थायी प्लेटफार्मों और होल्डिंग स्टेशनों से संचालित की जाएंगी, जिससे मुख्य स्टेशनों पर भीड़ का दबाव न बढ़े।
महू, इंदौर, लक्ष्मीबाई नगर स्टेशन भी होंगे तैयार
भीड़ को सम्हालने के लिए सिर्फ उज्जैन ही नहीं, बल्कि इंदौर, महू और लक्ष्मीबाई नगर जैसे नजदीकी रेलवे स्टेशनों को भी अपग्रेड किया जा रहा है। इन सभी स्टेशनों से ट्रेनें संचालित की जाएंगी और इन्हें कुंभ यातायात में बैकअप के रूप में उपयोग किया जाएगा। इससे ना केवल लोड डिस्ट्रीब्यूट होगा, बल्कि श्रद्धालुओं को लास्ट माइल कनेक्टिविटी भी मिलेगी।
रेलवे का वादा: श्रद्धालुओं की यात्रा बनेगी यादगार
रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष सतीश कुमार ने आश्वासन दिया है कि 2028 के सिंहस्थ कुंभ में रेलवे श्रद्धालुओं की सेवा में कोई कसर नहीं छोड़ेगा। स्टेशन से लेकर ट्रेनों तक हर सुविधा को बेहतर बनाया जाएगा ताकि यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए न सिर्फ सुरक्षित बल्कि यादगार भी हो।