राजधानी भोपाल के जंबूरी मैदान में होने जा रहे भव्य महिला महासम्मेलन की तैयारियां भाजपा ने पूरी कर ली हैं। प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से महिलाओं को सम्मेलन स्थल तक पहुंचाने के लिए करीब 5,000 बसों की व्यवस्था की गई है। पार्टी का दावा है कि “ऑपरेशन सिंदूर” के बाद यह आयोजन देश का सबसे विशाल महिला जमावड़ा होगा, जिसमें दो लाख से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। इस बड़े आयोजन के संचालन के लिए 1,500 से ज्यादा महिला कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पीएम मोदी की मौजूदगी में पहली बार लागू होगा ड्रेस कोड
महासम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति को देखते हुए भाजपा ने पहली बार ड्रेस कोड लागू किया है। भोपाल जिले के भाजपा अध्यक्ष रविंद्र यति ने जानकारी दी कि कार्यक्रम में मंच के सामने की कतार में बैठने वाली 30,000 महिलाएं सिंदूरी रंग की साड़ी पहनेंगी। अन्य जिलों से आने वाली महिलाएं अपनी-अपनी पारंपरिक वेशभूषा में दिखाई देंगी, जिससे विविधता और सांस्कृतिक गौरव झलकेगा।
बैठक में पारित हुआ धन्यवाद प्रस्ताव
शुक्रवार को भाजपा के प्रदेश कार्यालय में सम्मेलन को लेकर एक अहम बैठक आयोजित की गई, जिसमें पार्टी पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी को “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता और भारत की चौथी सबसे बड़ी वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने के लिए धन्यवाद प्रस्ताव पारित किया गया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन प्रभारी डॉ. महेंद्र सिंह और हितानंद समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सीएम मोहन यादव ने ली तैयारियों की समीक्षा
शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सम्मेलन स्थल का दौरा कर तैयारियों का निरीक्षण किया। उन्होंने अधिकारियों से सभी व्यवस्थाओं की बारीकी से जानकारी ली और जरूरी सुधारों के सुझाव भी दिए। सीएम ने स्पष्ट किया कि किसी भी स्तर पर कोई चूक नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर गंभीर है और इस दिशा में निरंतर प्रगति कर रही है।
हर व्यवस्था पर रखी जा रही है पैनी नजर
मुख्यमंत्री ने मंच सज्जा, संचालन, महिलाओं की बैठक व्यवस्था, पेयजल, सुरक्षा, भोजन, चिकित्सा, ट्रैफिक और मीडिया के लिए की जा रही तैयारियों का विस्तृत अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आयोजन की गरिमा के अनुरूप हर व्यवस्था समय पर और व्यवस्थित रूप से पूरी की जाए। साथ ही, “देश की अहिल्याएं” नामक विकास प्रदर्शनी को भी देखा और उसकी सराहना की।
नारी शक्ति को दी प्रेरणा, विरासत को बताया पथदर्शक
मुख्यमंत्री ने सम्मेलन में महिलाओं को रानी दुर्गावती, रानी लक्ष्मीबाई और लोकमाता अहिल्या बाई होल्कर जैसे ऐतिहासिक चरित्रों की प्रेरक गाथाएं सुनाईं। उन्होंने कहा कि हमारी पूर्वज माताओं ने न केवल शासन किया, बल्कि उत्कृष्ट उदाहरण भी प्रस्तुत किए। सीएम ने जोर दिया कि अहिल्या बाई जैसी महिलाओं की कार्यशैली से आज भी सीख लेकर प्रदेश को आगे बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने महिलाओं से आह्वान किया कि वे अपने कौशल और आत्मबल से विकास के नए द्वार खोलें।