मध्य प्रदेश की बहनों के लिए सावन का महीना और भी खास होने वाला है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के तहत अगस्त महीने में मिलने वाली 27वीं किस्त को लेकर खास तैयारियां की गई हैं। राज्य सरकार ने तय किया है कि इस बार महिलाओं को रक्षाबंधन से पहले 1500 रुपए की राशि मिलेगी, जिसमें 1250 रुपए योजना की नियमित किस्त होगी और 250 रुपए राखी उपहार के रूप में। इससे बहनों को त्योहार पर अपने खर्चों के लिए अतिरिक्त सहयोग मिल सकेगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा: 9 अगस्त से पहले खातों में आएंगे 1500 रुपए
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने हाल ही में यह घोषणा की कि रक्षाबंधन के पूर्व, 1.27 करोड़ लाड़ली बहनों के खातों में 1500 रुपए की राशि ट्रांसफर की जाएगी। आमतौर पर यह किस्त हर माह की 10 तारीख को दी जाती है, लेकिन इस बार बहनों को यह राशि 1 अगस्त से 7 अगस्त के बीच भेजी जाएगी, ताकि वे त्योहार से पहले ज़रूरी खरीदारी और तैयारियां कर सकें। यह कदम मुख्यमंत्री द्वारा बहनों के सम्मान और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास है।
अब तक मिल चुकी हैं 26 किस्तें, योजना से 1.27 करोड़ महिलाएं हो रही हैं लाभान्वित
लाड़ली बहना योजना को मई 2023 में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा शुरू किया गया था। तब योजना के अंतर्गत पात्र महिलाओं को प्रति माह ₹1000 की सहायता राशि दी जाती थी, जिसे बाद में बढ़ाकर ₹1250 कर दिया गया। अब तक कुल 26 मासिक किस्तें जारी की जा चुकी हैं। यह योजना राज्य की महिलाओं के सामाजिक और आर्थिक सशक्तिकरण में एक बड़ी भूमिका निभा रही है।
रक्षाबंधन पर राज्य सरकार से “नेग” के रूप में 250 रुपए का अतिरिक्त उपहार
इस बार की किस्त को खास बनाने के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने 250 रुपए की अतिरिक्त राशि देने का निर्णय लिया है, जिसे रक्षाबंधन का नेग माना जा रहा है। यह केवल आर्थिक मदद नहीं बल्कि एक भावनात्मक जुड़ाव भी है, जहां सरकार बहनों को परिवार का हिस्सा मानकर उन्हें त्योहार के मौके पर सम्मान दे रही है। बहनों को यह राशि सीधे उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की जाएगी।
योजना की पात्रता: कौन महिलाएं ले सकती हैं लाभ?
लाड़ली बहना योजना का लाभ उन्हीं महिलाओं को मिलता है जो इसके लिए पात्र होती हैं। पात्रता की मुख्य शर्तों में शामिल हैं – महिला की उम्र 21 से 60 वर्ष के बीच होनी चाहिए। वह विवाहित, विधवा, तलाकशुदा या परित्यक्ता हो सकती है। परिवार की सालाना आय 2.5 लाख रुपए से अधिक नहीं होनी चाहिए। साथ ही परिवार का कोई भी सदस्य आयकरदाता या सरकारी कर्मचारी नहीं होना चाहिए। यदि कोई महिला किसी अन्य योजना से ₹1250 से कम की राशि पेंशन स्वरूप प्राप्त कर रही है, तो वह भी इस योजना की लाभार्थी बन सकती है।
हर साल 15,000 रुपए की सहायता, महिलाओं के जीवन में ला रही बदलाव
लाड़ली बहना योजना के तहत महिलाओं को हर वर्ष ₹15,000 की आर्थिक सहायता दी जा रही है। यह राशि उनके दैनिक जीवन की छोटी-छोटी आवश्यकताओं को पूरा करने, स्वास्थ्य, पोषण, बच्चों की शिक्षा और त्योहारों की तैयारियों में मददगार साबित हो रही है। योजना का उद्देश्य महिलाओं को केवल आर्थिक सहयोग देना नहीं है, बल्कि उन्हें सामाजिक रूप से सशक्त बनाना भी है।
लाड़ली बहना योजना: एक सामाजिक परिवर्तन की दिशा में सार्थक पहल
यह योजना केवल एक वित्तीय सहायता योजना नहीं है, बल्कि यह मध्य प्रदेश सरकार की महिलाओं के प्रति संवेदनशील सोच और प्रतिबद्धता को दर्शाती है। इससे महिलाओं में आत्मविश्वास बढ़ा है, उन्हें अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ता, और वे समाज में सम्मान के साथ अपनी भूमिका निभा पा रही हैं।