स्वतंत्र समय, इंदौर
शहर में बीजेपी पार्षद कलेश कालरा के घर पर हुए हमले को लेकर मुख्यमंत्री के आदेश पर एसआईटी का गठन हो चुका है। यह विशेष दल निष्कासित पार्षद जीतू यादव ( Jitu Yadav ) के समर्थकों को पकडऩे के लिए पूरी तरह से जुट गया है।
Jitu Yadav के जिलाबदर की चल रही कार्रवाई
उधर राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री से पूरे घटना के बारे में चर्चा की है। बताया गया है कि इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी दिल्ली हाईकमान ने बुलवाई है। जीतू ( Jitu Yadav ) के खिलाफ जिलाबदर की कार्यवाही की चर्चा चल रही है। उधर विपक्ष कांग्रेस ने भी इस घटना को लेकर भापजा पर सवाल उठाते हुए कहा की इस घटना से साफ सुथरा इंदौर शहर शर्मसार हुआ है। इसी बीच एक नई जानकारी यह भी आई है की एमआईसी में जीतू का पद खाली होते ही दूसरे पार्षदों ने अभी से दावेदारी पेश करना शुरु कर दी है। दावेदारा पार्षद अपने अपने विधायकों से चर्चा करने लगे है।
इंदौर शर्मसार और बहुत दुखी है: पटवारी
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी इंदौर में मीडिया से चर्चा करने आए तो उनसे सबसे पहला सवाल ही मारपीट और तोडफ़ोड़ कांड पर सवाल किया गया। पार्षद कालरा और जीतू यादव विवाद को लेकर जीतू पटवारी ने कहा कि इंदौर शहर में कई ऐसे लोग भी थे जिन्होंने इंदौर का नाम रोशन किया। पूर्व लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के पोते के शोरूम पर हमला करने वाले भी भाजपा के गुंडे थे। एक महिला के साथ पार्षद द्वारा बलात्कार करने का मामला हो या भाजपा पार्षद के बेटे को बंधक बनाकर मारपीट का मामला हो, इन सभी की घटनाओं ने इंदौर को शर्मसार किया है।
पुलिस ने दी दबिश
शहर में बीजेपी पार्षद कलेश कालरा के घर पर हुए हमले के बाद पुलिस ने बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। एसआईटी के गठन के बाद पुलिस ने निष्कासित पार्षद जीतू यादव के गुर्गों के ठिकानों पर दबिश दी है। इस मामले में अब तक 29 बदमाशों की पहचान की जा चुकी है, जिनमें से 8 को गिरफ्तार कर लिया गया है। कुछ दिन पहले जीतू के समर्थकों ने बीजेपी पार्षद कलेश कालरा के घर हमला किया था। इस दौरान उनके नाबालिग बेटे को निर्वस्त्र कर दिया गया। इस घटना ने पूरे शहर में आक्रोश फैला दिया और राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी।
एसआईटी ने तेज की कार्यवाही
बताया गया है की इस घटना को लेकर मुख्यमंत्री समेत पूरा संगठन काफी गंभीर है।। सीएम ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। एसआईटी की कार्रवाई के तहत पुलिस ने जीतू और उनके गुर्गों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, आरोपी जीतू और उनके भाई को अब अं[रग्राउंड कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि दोषियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। एसआईटी की टीम मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है। जल्द ही बाकी आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाएगा।
जीतू का पद खाली होते ही महिला पार्षद को मिल सकती मौका
जीतू यादव को नगर निगम द्वारा मेयर इन काउंसिल के सदस्य पद से मुक्त होने के बाद कई पार्षदों की नजर अब एमआईसी की खाली हुई जगह पर है। जीतू के एमआईसी से बाहर होने के बाद अब अन्य दावेदारों की नजर इस पर बन गई है। सूत्रों के मुताबिक यादव एससी वर्ग से आते हैं, इस वजह से यह पद एससी वर्ग के पार्षद का भी बन सकता है। दूसरी ओर एमआईसी में अभी तक एक भी महिला शामिल नहीं है, ऐसे में पू जा पाटीदार को भी जगह दी जा सकती है। कुल मिलाकर एमआईसी पद की रिक्त हुई सीट पर कैलाश विजयवर्गीय खेमा अपना ही कब्जा काबिज रखना चाहेगा।