स्वतंत्र समय, इंदौर
राज्य सरकार के लिए इंदौर-उज्जैन के बीच मेट्रो रेल सेवा शुरु करना और फोर लेन के स्थान पर सिक्स लेन ( Six Lane ) तैयार करना सबसे बड़ी चुनौती मानी जा रही है। तीन साल बाद यानी 2028 में महाकाल की नगरी उज्जैन में होने वाले सिंहस्थ मेले के लिए राज्य सरकार ने तैयारियां शुरु कर दी है। इंदौर-उज्जैन मार्ग को एक करने के लिए विभिन्न प्रोजेक्टों पर काम प्रारंभ हो रहा है।इंदौर से उज्जैन तक के मार्ग को 6 लेन की जिम्मेदारी मध्यप्रदेश सडक विकास प्राधिकरण (एमपीआईडीसी ) को दी गई है। इसी प्रकार मेट्रो कम्पनी ने भी इस दिशा में काम शुरु कर दिया है।
Six Lane बनाना अत्यंत उपयोगी साबित होगा
प्रारंभिक सूचना के मुताबिक प्राधिकरण व्दारा सिक्स लेन ( Six Lane ) सडक़ निर्माण में बाधक बनने वाले पेड़ों की गिनती का काम लगभग पूरा हो गया है। हालांकि, यह जानकारी नहीं मिल सकी है की इस मार्ग कितने बाधक पेड़ आ रहे है। आधिकारिक तौर पर मिली जानकारी के मुताबिक फोरलेन के इस मार्ग को अगले तीन साल के भीतर 6 लेन तैयार करना है। सिक्स लेन बनाना अत्यंत उपयोगी साबित होगा, क्योंकि इस मार्ग से लगभग 50 हजार से अधिक वाहनों का आवागमन आसान हो सकेगा।
भू-अर्जन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी
बताया गया है की प्रोजेक्ट कॉस्ट के बारे में अधिकारियों ने बताया की सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर सिक्स लेन प्रोजेक्ट काफी मंहगा साबित हो रहा है। जब इस मार्ग की लागत और दूरी निकाली गई तो पता चला की 1692 करोड़ की लागत से 46 किलोमीटर में सिक्स लेन बनना है, जिसके लिए भू-अर्जन की आवश्यकता नहीं पड़ेगी, क्योंकि पहले से ही भू-अर्जन किया हुआ है। जैसे जैसे प्रोजेक्ट में देरी होगी प्रोजेक्ट लागत बढ़ती जाएंगी। यही कारण है कि तय समय सीमा में फोरलेन से सिक्स लेन में यह महत्वपूर्ण रोड तब्दील हो सकेगा। एमपीआरडीसी द्वारा हाईब्रिड एनयूटी मॉडल पर इसका निर्माण करवाया जा रहा है और इससे इंदौर-उज्जैन के बीच आवागमन सुगम होने के साथ समय की भी बचत होगी।
प्रोजेक्ट से जुड़े कुछ महत्वपूर्ण बिंदु …
- सिंहस्थ-2028 के मद्देनजर यह सिक्स लेन अत्यंत उपयोगी साबित होगा, जहां से 50 हजार से अधिक वाहनों का आवागमन आसान हो सकेगा।
- अब मध्यप्रदेश सडक़ विकास प्राधिकरण (एमपीआईडीसी ) इस 46 किलोमीटर लम्बे फोरलेन को सिक्स लेन में तब्दील करने जा रही है।
- कुछ समय पूर्व इसका ठेका गुजरात की कम्पनी रवि इन्फोटेक को दिया गया।
- अरबिन्दो अस्पताल से शुरू होकर यह सिक्स लेन उज्जैन के हरि फाटक ब्रिज तक निर्मित किया जाएगा।
- वर्तमान में साढ़े 8-साढ़े 8 मीटर दोनों तरफ यह रोड बना हुआ है
- सिक्स लेन होने के बाद साढ़े 12-साढ़े 12 यानी कुल 25 मीटर चौड़ा हो जाएगा।
- जब फोरलेन बना था, तब ही एमपीआईडीसी ने भविष्य में सिक्स लेन के मुताबिक ही भू-अर्जन कर लिया था और जो अनुमतियां भी दी गई वह उसी के मुताबिक दी गई है।
- जिस कम्पनी को ठेका दिया है उसकी टेंडर शर्त के मुताबिक 2027 तक इसे पूर्ण करना है। यानी सिंहस्थ-2028 के पहले यह सिक्स लेन निर्मित हो जाएगी।
- जिस पर रोजाना 50 हजार से अधिक वाहन की आवाजाही भी शुरू होगी और इससे 15 से 20 मिनट का समय भी बचेगा।