Small Business Idea: इस खेती से किसान हो सकते हैं मालामाल, ये है पूरा तरीका, मिलेगा फायदा ही फायदा

Small Business Idea: आज के बढ़ती महंगाई और बेतहाशा बेरोजगारी के इस दौर में नौकरी के माध्यम से अपना जीवन यापन करना ही बेहद कठिन हो रहा है, तो फिर अपने सपनों को पूरा करने की तो गुंजाइश ही बाकी नहीं बचती है. महीना ख़त्म होने से कहीं पहले ही नौकरी से मिली हुई सैलेरी साथ छोड़कर जा चुकी होती है, जिसकी वजह से महीने के आखिरी दिनों में अच्छी खासी दिक्क्तों का सामना सभी वेतन भोगियों को करना पढ़ता है.

यह समस्या मुख्यतः प्रायवेट सेक्टर के छोटे और मध्यम वर्ग के कर्मचारियों को सर्वाधिक फेस करना पड़ती है, जबकि प्रायवेट सेक्टर्स के शीर्ष अधिकारी और सरकारी नौकरी के लगभग सभी वर्ग के कर्मचारी इन समस्याओं से सबसे कम दुष्प्रभावित होते हैं. आज के दौर में अपनी जरूरतों के साथ ही अपने सपनों को भी पूरा करना है तो व्यापार से बेहतर कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें जोखिम तो होता है, मगर प्रॉफिट की सर्वाधिक संभावना भी इसी क्षेत्र में पाई जाती है. आज हम बात करने जा रहे हैं एक ऐसे बिजनेस आइडिया की जिसमें आप कम पूंजी में बड़ी कमाई करके अपनी जरूरतों के साथ ही अपने सपनो को भी पूरा कर सकते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में…

इलायची एक ऐसा मसाला है जिसे कई अलग-अलग चीजों में इस्तेमाल किया जाता है. मुख्य रूप से यह भोजन, कन्फेक्शनरी, पेय पदार्थ आदि बनाने और मिठाइयों में अच्छी सुगंध के लिए किया जाता है. इसके अलावा इसमें कई औषधीय गुण भी पाए जाते हैं. यही कारण है कि भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर में इसकी काफी डिमांड रहती है. वहीं इसकी बिक्री भी ऊंचे दामों में होती है. ऐसे में इसकी खेती किसानों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकती है.

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भारत में बड़े पैमाने पर इलायची की खेती की जाती है. अब तक यह मुख्य रूप से केरल, कर्नाटक आन्ध्र प्रदेश और तमिलनाडु आदि राज्यों में उगाई जाती रही है. हालांकि, अब यूपी-बिहार के कई किसानों ने भी इसकी खेती का सफल प्रयोग किया है. आइए जानते हैं कि आप इसकी खेती कैसे शुरू कर सकते हैं.इलायची की खेती के लिए दोमट मिट्टी अच्छी मानी गई है. लैटेराइट मिट्टी और काली मिट्टी में भी इसकी खेती की जा सकती है. इलायची के खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए. रेतीली मिट्टी पर इलायची की खेती नहीं करना चाहिए क्योंकि इसमें नुकसान हो सकता है. इसके अलावा इलायची की खेती के लिए 10 से 35 डिग्री का तापमान बेहतर माना गया है.

इलायची की खेती शुरू करने के लिए बारिश का मौसम सबसे सही रहता है. जुलाई माह में आप खेत में इलायची के पौधे लगा सकते हैं. इस समय बारिश होने की वजह से सिंचाई की जरूरत कम पड़ती है. इसके पौधों को हमेशा छाया में ही लगाना चाहिए. तेज धूप गर्मी के कारण इसकी पैदावार पर बुरा असर हो सकता है. इलायची के पौधे का तना 1 से 2 मीटर तक लंबा होता है. इसके पौधों के बीच एक से 2 फीट की दूरी होनी चाहिए.

इलायची के पौधे को तैयार होने में 3-4 साल का समय लगता है. प्रति हैक्टेयर 135 से 150 किलोग्राम तक इलायची की पैदावार ली जा सकती है. इसकी कटाई के बाद कई दिनों तक धूप में सुखाया जाता है. 18 से 24 घंटे गर्म तापमान पर सुखाने के बाद इसे हाथ, कॉयर मैट या तार की जाली से रगड़ा जाता है. फिर उन्हें आकार और रंग के अनुसार छांट लिया जाता है. मार्केट में इलायची की बिक्री 1100 से 2000 रुपये प्रति किलोग्राम में होती है. इस तरह आप इसकी खेती से लाखों की कमाई कर सकते हैं.