Small Business Ideas: आज के बढ़ती महंगाई और बेरोजगारी के इस दौर में नौकरी के माध्यम से अपना जीवन यापन करना ही बेहद कठिन हो रहा है, तो फिर अपने सपनों को पूरा करने की तो गुंजाइश ही बाकी नहीं बचती है। महीना ख़त्म होने से कहीं पहले ही नौकरी से मिली हुई सैलेरी साथ छोड़कर जा चुकी होती है, जिसकी वजह से महीने के आखिरी दिनों में अच्छी खासी दिक्क्तों का सामना सभी वेतन भोगियों को करना पढ़ता है।
यह समस्या मुख्यतः प्रायवेट सेक्टर के छोटे और मध्यम वर्ग के कर्मचारियों को सर्वाधिक फेस करना पड़ती है, जबकि प्रायवेट सेक्टर्स के शीर्ष अधिकारी और सरकारी नौकरी के लगभग सभी वर्ग के कर्मचारी इन समस्याओं से सबसे कम दुष्प्रभावित होते हैं। आज के दौर में अपनी जरूरतों के साथ ही अपने सपनों को भी पूरा करना है तो व्यापार से बेहतर कोई क्षेत्र नहीं है, जिसमें जोखिम तो होता है, मगर प्रॉफिट की सर्वाधिक संभावना भी इसी क्षेत्र में पायी जाती है।
Small Business को शुरू (Small Business idea) करने के लिए आप मोदी सरकार की मुद्रा स्कीम का फायदा भी उठा सकते है। इसके अंतर्गत आपको 4 लाख रूपए का लोन सस्ती ब्याज रेट पर मिल जाएगा। ये बिजनेस है पापड़ बनाने का (Papad Making Business) पापड़ के बिजनेस को सिर्फ 2 लाख रुपये में शुरू किया जा सकता है। नेशनल स्मॉल इंडस्ट्री कॉरपोरेशन ने इसके लिए एक परियोजना विवरण तैयार किया है जिसके द्धारा मुद्रा स्कीम के अंतर्गत आपको 4 लाख रूपए का लोन सस्ते रेट में मिल जाएगा।
Also Read – Interesting GK Questions: छीलो तो छिलका नहीं, खाओ तो गूदा नहीं, काटो तो गुठली नहीं, बताओ क्या?
इस विवरण के अनुसार, 6 लाख रूपए के कुल निवेश से करीब 30 हजार किलोग्राम की उत्पादन क्षमता तैयार हो जाएगी। इस व्यापार को शुरू करने के लिए आपको 6.05 लाख रूपए का खर्च आएगा। कुल खर्च में फिक्स्ड कैपिटल और वर्किंग कैपिटल का खर्च भी शामिल है। फिक्स्ड कैपिटल में दो मशीन, पैकेजिंग मशीन इक्विपमेंट जैसे प्रत्येक खर्च शामिल हैं। वर्किंग कैपिटल में स्टाफ की तीन महीने की सैलरी, तीन महीने में लगने वाला रॉ मैटेरियल और यूटिलिटी प्रोडक्ट का खर्च भी शामिल है। इसके अतिरिक्त इसमें किराया, बिजली, पानी, टेलीफोन का बिल जैसे खर्च भी शामिल हैं।
ये मशीनें रहेगी आवश्यक
पापड़ बनाने के बिजनेस को स्टार्ट करने के लिए आपको स्विफ्टर, दो मिक्सर, प्लेटफॉर्म बैलेंस, इलेक्ट्रिकली ऑपरेटेड ओवन, मार्बल टेबल टॉप, चकला बेलन, एल्युमीनियम के बर्तन और रैक्स जैसी मशीनरी की आवशयकता रहेगी।
रहेगी 250 वर्ग फुट जगह की आवश्यकता
पापड़ बनाने के बिजनेस के लिए कम से कम 250 वर्ग फुट की जगह की आवशयकता रहेगी। अगर आपके पास खुद की जगह नहीं तो इसे किराये पर लिया जा सकता है. जिसके लिए लगभग 5 हजार रुपये किराया आपको हर महीने देना होगा. मैनपावर में तीन अनस्किल्ड लेबर, दो स्किल्ड लेबर और एक सुपरवाइजर की जरूरत होगी. इन सब की सैलरी पर 25,000 रुपये खर्च होगा जो वर्किंग कैपिटल में जोड़ा गया है.
स्वयं को लगाने होंगे 2 लाख रूपए
6 लाख रुपये के कुल कैपिटल में से 2 लाख रुपये आपको अपनी जेब से लगाने होंगे. सरकार की इस मुद्रा योजना के अंतर्गत आपको 4 लाख रुपये का लोन मिल जाएगा. इसके लिए प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के अंतर्गत किसी भी बैंक में अप्लाई कर सकते हैं. इसके लिए आपको एक फॉर्म भरना होगा, जिसमें कई सारीजानकारियां पूछी जाएंगी जिसे आपको भरना आवशयक होगी। इसमें किसी तरह की प्रोसेसिंग फीस या गारंटी फीस भी नहीं देनी होती। लोन का अमाउंट 5 साल में लौटा सकते हैं।
कितना होगा प्रॉफिट
प्रोडक्ट बनने के बाद इसे थोक में बेचना होगा। इसके लिए छोटे किराना स्टोर और सुपर मार्केट और बड़े कई रिटेलर से संपर्क बनाकर इसकी सेल बढ़ाई जा सकती है। एक अंदाज़ के अनुसार पापड़ के बिजनेस में फ़ायदा निवेश राशि का पांचवा हिस्सा होता है। यदि आप 5 लाख रूपए लगाएं तो हर महीने आपको 1 लाख रूपए की कमाई हो सकती है। इसमें आपका मुनाफा 35 से 40 हजार रूपए तक हो सकता है।