स्वतंत्र समय, भोपाल
प्रभारी मंत्री चैतन्य काश्यप की पहली मीटिंग में स्मार्ट सिटी ( Smart City ) के सीईओ किरोड़ीलाल मीना के गायब रहने पर मंत्री ने नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि मीटिंग में स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट को लेकर काफी असंतोष था। सीईओ भी मौजूद नहीं थे। यह ठीक नहीं है। उन्होंने कहा-इस तरह के अधिकारी को तत्काल हटाया जाए।
Smart City के प्रोजेक्ट का रिव्यू करने हर महीने होगी बैठक
मंत्री काश्यप ने कलेक्टर से कहा है कि सीईओ के बारे में उचित निर्णय लें। इधर, सांसद आलोक शर्मा और विधायक रामेश्वर शर्मा भी स्मार्ट सिटी ( Smart City ) के सीईओ के गायब होने पर भडक़ उठे। एमएसएमई मंत्री काश्यप की अध्यक्षता में दोपहर 12.30 बजे से कलेक्टोरेट में समीक्षा बैठक शुरू हुई, जो करीब 2 घंटे चली। सांसद आलोक शर्मा, महापौर मालती राय,जिला पंचायत अध्यक्ष रामकुंवर गुर्जर,विधायक रामेश्वर शर्मा, भगवान दास सबनानी, विष्णु खत्री ,कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष सुमित पचौरी, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी आदि भी मौजूद थे। मीटिंग में शहरी और गांवों की जर्जर सडक़ों को लेकर चर्चा की गई। सभी नेताओं की नाराजगी देखने को मिली: मीटिंग में सांसद, विधायकों की नाराजगी भोपाल स्मार्ट सिटी पर देखने को मिलीं। उन्होंने प्रोजेक्ट के बारे में शिकायत की। स्मार्ट सिटी के सीईओ मीना भी मीटिंग में नहीं थे। इस कारण नाराजगी और भी बढ़ गई। मंत्री काश्यप ने कहा- भोपाल के विकास के कार्यों और योजनाओं को लेकर नया कीर्तिनाम बनाएंगे। स्मार्ट सिटी के लिए अक्टूबर के पहले सप्ताह में मीटिंग करेंगे। जिसमें स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट का रिव्यू करेंगे।
हर महीने मीटिंग करेंगे
मंत्री काश्यप ने बताया कि जल्द ही नगर निगम की मीटिंग करेंगे। जिसमें विकास कार्यों को लेकर बात की जाएगी। इस बैठक में मेट्रो सहित अन्य विषयों पर बात की है। अगले महीने से नियमित रूप से मीटिंग करेंगे। ताकि सभी प्रस्ताव पास हो सके। सडक़ों की स्थिति सुधारी जाएगी। संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। बैठक में गोवंश के लिए गोशाला और जलप्रदाय जैसे बिंदुओं पर भी बात की गई है।