सोनभद्र: उत्तर प्रदेश के सोनभद्र जिले में हुए दर्दनाक खदान हादसे में बचाव कार्य लगातार जारी है। शुक्रवार देर रात हुए इस हादसे के बाद अब तक मलबे से 5 मजदूरों के शव बरामद किए गए हैं। एक अन्य मजदूर अभी भी लापता है, जिसकी तलाश के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) और राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) की टीमें जुटी हुई हैं।
यह घटना ओबरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिल्ली मारकुंडी खनन क्षेत्र में हुई। जानकारी के अनुसार, खनन कार्य के दौरान पहाड़ का एक बहुत बड़ा हिस्सा टूटकर नीचे काम कर रहे मजदूरों और वाहनों पर गिर गया। इस विशाल चट्टान की चपेट में एक पोकलेन मशीन और एक डंपर आ गया, जिसमें कई मजदूर दब गए।
रेस्क्यू ऑपरेशन में चुनौतियां
हादसे की सूचना मिलते ही जिला प्रशासन के आला अधिकारी, जिनमें जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक भी शामिल थे, मौके पर पहुंच गए। तत्काल बचाव कार्य शुरू किया गया और NDRF-SDRF की टीमों को बुलाया गया। चट्टान का आकार बहुत बड़ा होने के कारण बचाव कार्य में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।
बचावकर्मी हाई-पावर मशीनों और कटर की मदद से चट्टान को छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़कर हटाने का प्रयास कर रहे हैं। रात भर चले इस ऑपरेशन के बाद शनिवार को मलबे से शवों को निकालने का सिलसिला शुरू हुआ।
पांच की मौत, एक अब भी लापता
प्रशासन के अनुसार, इस हादसे में कुल 6 मजदूरों के दबे होने की आशंका थी। अब तक 5 शव बरामद किए जा चुके हैं। मृतकों की पहचान इस प्रकार है:
- गुलाब (22 वर्ष)
- शिवचरण (30 वर्ष)
- सुरेंद्र (23 वर्ष)
- नागेंद्र (22 वर्ष)
एक शव की शिनाख्त अभी नहीं हो पाई है। वहीं, पप्पू (25 वर्ष) नामक एक अन्य मजदूर अभी भी लापता बताया जा रहा है। बचाव दल पूरी मुस्तैदी से लापता मजदूर की तलाश कर रहा है। घटनास्थल पर तनाव का माहौल है और मजदूरों के परिजन मौके पर मौजूद हैं। अधिकारियों ने कहा है कि बचाव अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक आखिरी व्यक्ति को ढूंढ नहीं लिया जाता।