स्वतंत्र समय, भोपाल
पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ( Shivraj Singh Chauhan ) ने कांग्रेस पर हमले तेज कर दिए हैं। रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि मैडम सोनिया गांधी ने चुनाव लडऩे से इंकार कर दिया। उनकी राज्यसभा में बैक डोर एंट्री हुई है। अब जिसके सर्वोच्च नेता का ही आत्मविश्वास हिल गया हो, उस पार्टी का क्या होगा यह कल्पना की जा सकती है।
कांग्रेस के पास न सेना है और न सेनापतिः Shivraj Singh Chauhan
पूर्व सीएम Shivraj Singh Chauhan ने कहा कि 2019 में राहुल जी के नेतृत्व में कांग्रेस ने चुनाव लड़ा था और अमेठी से खुद राहुल गांधी चुनाव हार गए थे। अभी इतिहास देखें तो एक के बाद एक लगभग 50 चुनाव कांग्रेस ने हारे हैं। 2013-14 के बाद, कई उनके मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्रियों ने कांग्रेस छोड़ दी और कई जगह उनको चुनाव लडऩे के लिए उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसा दल बन गई है, जिसके पास ना तो अब सेना बची है और ना सेनापति। चुनाव लडऩे वालों का टोटा पड़ा हुआ है। जब मैडम चुनाव नहीं लड़ रहीं तो बाकी बड़े नेताओं ने हाथ उठा दिए। राहुल गांधी तो ऐसे कप्तान हैं, जिन्हें यह पता ही नहीं है कि कब क्या करना चाहिए। जब उन्हें चुनाव की तैयारी करना चाहिए तो वे यात्रा करते हैं। जब उन्हें यात्रा करनी चाहिए तो विदेश में छुट्टी मनाते हैं और चुनाव में हारने के बाद ईवीएम-ईवीएम चिल्लाते हैं।
चाको जैसे विचारवान नेता लगातार छोड़ रहे कांग्रेस
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं देख रहा था कि कांग्रेस छोडऩे वालों की इतनी बड़ी सूची है और कितने राज्यों में कांग्रेस हारी है। 2014 से 2020 तक कल्पना कीजिए कांग्रेस का क्या हुआ है, कांग्रेस से इस्तीफा देने वाले बड़े नेताओं की बात करें तो हिमन्त बिस्वा सरमा जो पूरी कर्मठता से भाजपा में आने के बाद असम का नेतृत्व कर रहे हैं। चौधरी बीरेंदर सिंह, रंजीत देशमुख, जीके वासन, जयंती नटराजन, पेमा खांडू , रीता बहुगुणा जोशी, एन बीरेन सिंह, शंकर सिंह वाघेला, ज्योतिरादित्य सिंधिया, केपी यादव] प्रियंका चतुर्वेदी, पीसी चाको, जितिन प्रसाद , सुष्मिता देव , ललितेश त्रिपाठी, लुईजिन्हो फलेरो, पंकज मलिक, हरेन्द्र मलिक , कैप्टन अमरिंदर सिंह, रवि नाइक आदि शामिल हैं।