महाकुंभ में भगदड़ से हाहाकार, लाखों श्रद्धालु फंसे, प्रयागराज में एंट्री बैन!

महाकुंभ में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा है, लेकिन भारी भीड़ के चलते हालात बेकाबू हो गए हैं। मंगलवार-बुधवार की रात भगदड़ मचने से 20 से ज्यादा श्रद्धालुओं की दर्दनाक मौत हो गई, जिससे प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया है। हालात बिगड़ते देख प्रयागराज जाने वाले सभी रास्तों को सील कर दिया गया है, और शहर की ओर बढ़ने वाली सड़कों पर 100 से 125 किलोमीटर पहले ही बैरियर लगा दिए गए हैं। कई हाईवे और मुख्य मार्ग पूरी तरह बंद कर दिए गए हैं, जिससे लाखों श्रद्धालु रास्ते में ही फंसे हुए हैं।

राजमार्गों पर लगा महाजाम, श्रद्धालु बेहाल

लखनऊ-प्रयागराज नेशनल हाईवे समेत प्रमुख मार्गों पर बैरिकेडिंग कर दी गई है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, प्रयागराज से सटे 8 जिलों की सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। इस समय करीब 2.5 लाख से ज्यादा वाहन जाम में फंसे हैं।

श्रद्धालुओं को जगह-जगह होल्डिंग एरिया में रोका जा रहा है, लेकिन वहां बुनियादी सुविधाओं का घोर अभाव है। कई इलाकों में 15 से 20 किलोमीटर लंबा जाम लग चुका है, जिससे लाखों लोग भूखे-प्यासे रास्तों में फंसे हुए हैं।

होल्डिंग एरिया में अव्यवस्था, श्रद्धालुओं की बढ़ी परेशानी

हरदोई, शाहजहांपुर, बरेली, सीतापुर, लखीमपुर और रायबरेली से लाखों श्रद्धालु महाकुंभ के लिए निकले थे, लेकिन इन्हें विभिन्न स्थानों पर रोक दिया गया है। बछरावां, हरचंदपुर, ऊंचाहार और प्रतापगढ़ के सलोन इलाके में हजारों श्रद्धालु ठहरे हुए हैं।

कानपुर से आने वाले लोगों को डलमऊ में रोका गया है, वहीं चित्रकूट की ओर से आने वालों को बरगढ़ बॉर्डर पर रोक दिया गया है, जिससे 30 हजार से अधिक वाहन जाम में फंसे हैं। झांसी-मीरजापुर और कर्वी-राजापुर हाईवे पर भी यातायात ठप है।

भूख-प्यास से बेहाल लोग, प्रशासन मौन!

रास्ते में रोके गए श्रद्धालुओं के लिए पेयजल और शौचालय की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे हालात और बिगड़ गए हैं। गांवों के लोग अपनी तरफ से भंडारे का आयोजन कर श्रद्धालुओं की मदद कर रहे हैं। कई लोग खेतों से आलू और उपले लेकर लिट्टी-चोखा बना रहे हैं। श्रद्धालु प्रशासन से बार-बार पूछ रहे हैं कि उन्हें आगे बढ़ने की अनुमति कब मिलेगी, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिल रहा है।

ट्रेनों की रफ्तार भी थमी, हजारों यात्री फंसे

महाकुंभ में बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने भी कई ट्रेनों को रोक दिया है। झांसी-मानिकपुर रूट पर बुंदेलखंड एक्सप्रेस समेत तीन ट्रेनों को रोक दिया गया है। इसी तरह मुंबई-प्रयागराज और वाराणसी-प्रयागराज रूट पर भी कई ट्रेनें अलग-अलग स्टेशनों पर खड़ी हैं।

हर रास्ते पर नाकाबंदी, प्रयागराज जाने की हर कोशिश नाकाम

प्रयागराज में भीड़ को काबू में करने के लिए प्रशासन ने हाईवे, एक्सप्रेसवे और यहां तक कि गांवों के अंदरूनी रास्तों तक को सील कर दिया है। लोग किसी भी तरह आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन चारों तरफ नाकाबंदी के कारण गांवों में भी जाम की स्थिति बन गई है।

प्रयागराज में सख्ती, श्रद्धालुओं से लौटने की अपील

प्रयागराज शहर के अंदर भी जगह-जगह बैरियर लगा दिए गए हैं। फाफामऊ गंगापुल पर बैरिकेडिंग कर दी गई है और प्रशासन श्रद्धालुओं से वहीं स्नान कर वापस लौटने की अपील कर रहा है।