नगरीय विकास एवं आवास विभाग द्वारा 14 अक्टूबर, मंगलवार को भोपाल के रवीन्द्र भवन हंसध्वनि सभागार में आयोजित होने जा रहा है पांचवां राज्य स्तरीय स्वच्छता समग्र सम्मान समारोह। इस आयोजन में पूरे प्रदेश से वे नगरीय निकाय सम्मानित किए जाएंगे जिन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य कर प्रदेश का नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव दोपहर 1 बजे इस समारोह में शामिल होकर उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले निकायों को ‘स्वच्छता सम्मान’ प्रदान करेंगे। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय और राज्यमंत्री प्रतिमा बागरी भी उपस्थित रहेंगी।
स्वच्छता पर केंद्रित होगा आयोजन
आयुक्त नगरीय प्रशासन एवं विकास संकेत भोंडवे ने बताया कि इस अवसर पर ‘स्वच्छता पखवाड़ा’ पर आधारित एक विशेष फिल्म दिखाई जाएगी और स्वच्छता सर्वेक्षण 2025 के डिजिटल पोस्टर का लोकार्पण भी किया जाएगा।
इसके अलावा, अपर मुख्य सचिव संजय दुबे प्रदेश के शहरी विकास और स्वच्छ भारत मिशन के आगामी रोडमैप की रूपरेखा प्रस्तुत करेंगे। यह आयोजन न केवल सम्मान समारोह होगा बल्कि प्रदेश में स्वच्छता के क्षेत्र में आगे की दिशा तय करने वाला एक महत्वपूर्ण मंच बनेगा।
सुबह से शुरू होंगी कार्यशालाएं और सत्र
कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे से होगी, जहां समानांतर सत्रों (Parallel Sessions) के रूप में स्वच्छता से जुड़ी चुनौतियों और समाधानों पर चर्चा होगी।
कार्यशाला का उद्घाटन आयुक्त भोंडवे के संबोधन से होगा, जिसमें वे लीगेसी वेस्ट, वायु गुणवत्ता, और शहरी स्वच्छता की चुनौतियों पर अपने विचार साझा करेंगे।
नर्मदा बेसिन और पर्यटन शहरों में स्वच्छता पर चर्चा
पहले सत्र में नर्मदा बेसिन, धार्मिक और पर्यटन महत्व वाले शहरों में स्वच्छता और कचरा प्रबंधन की चुनौतियां मुख्य विषय होंगे। इस सत्र में उज्जैन के महापौर मुकेश टटवाल, जबलपुर के महापौर जगत बहादुर सिंह, पर्यटन विकास निगम के एमडी इलैया राजा, और रेस्पॉन्सिबल टूरिज्म मिशन के डायरेक्टर डीपी सिंह अपने अनुभव साझा करेंगे। यह सत्र पर्यटन और धार्मिक शहरों की स्वच्छता से जुड़ी वास्तविक समस्याओं और उनके समाधान की दिशा में ठोस सुझाव प्रस्तुत करेगा।
लीगेसी वेस्ट पर इंदौर और ग्वालियर के अनुभव साझा होंगे
कार्यशाला के दूसरे सत्र में लीगेसी अपशिष्ट (Legacy Waste) की मौजूदा स्थिति और उससे जुड़ी चुनौतियों पर चर्चा होगी। इस सत्र में इंदौर के महापौर पुष्यमित्र भार्गव, छिंदवाड़ा के महापौर विक्रम सिंह अहाके, ग्वालियर की महापौर शोभा सिकरवार, और नगर निगम आयुक्त दिलीप कुमार यादव सहित कई वरिष्ठ अधिकारी विचार व्यक्त करेंगे। साथ ही, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सचिव संघ प्रिय प्रदेश में अपशिष्ट प्रबंधन को और बेहतर बनाने के उपायों पर अपने सुझाव देंगे।
छोटे शहरों के विकास और सौंदर्यीकरण पर फोकस
समानान्तर सत्र में एक और महत्वपूर्ण विषय होगा — छोटे शहरों की सफाई, सौंदर्यीकरण और विकास की संभावनाएं। इस सत्र में भोपाल की महापौर मालती राय, उज्जैन के आयुक्त अभिलाष मिश्रा, भोपाल की आयुक्त संस्कृति जैन, और सागर के आयुक्त राजकुमार खत्री अपने शहरों की कार्य योजनाओं और अनुभवों को साझा करेंगे। यह सत्र छोटे शहरों के लिए स्वच्छता मॉडल तैयार करने में मार्गदर्शक साबित होगा।
सफाई मित्रों से संवाद और कल्याण योजनाओं पर चर्चा
समारोह का एक विशेष हिस्सा सफाई मित्रों के लिए समर्पित रहेगा। इस सत्र में नगर निगम के महापौर, आयुक्त और विशेषज्ञ सफाई मित्रों की कुशलता वृद्धि और कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ने के उपायों पर चर्चा करेंगे। राज्य शासन का उद्देश्य है कि सफाई कर्मियों को न केवल सामाजिक सम्मान मिले बल्कि उन्हें आर्थिक और सुरक्षा दृष्टि से भी सशक्त बनाया जाए।