Gold Price in August : भारतीय शेयर बाजार और सोने के दाम अक्सर एक-दूसरे के विपरीत दिशा में चलते हैं। जब शेयर बाजार में तेजी रहती है तो सोने की कीमतें स्थिर रहती हैं या फिर गिरावट आती है, वहीं जब बाजार टूटता है तो सोने में उछाल देखने को मिलता है। अगस्त 2025 में भी यही हुआ। शेयर बाजार में गिरावट के बीच सोने के भाव रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गए।
अगस्त में शेयर बाजार का हाल
पिछले एक महीने में भारतीय शेयर बाजार पर भारी दबाव देखने को मिला। अगस्त में सेंसेक्स 1,375 अंक लुढ़ककर 79,809 अंकों पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 50 भी 1.38% टूटकर 24,426 अंकों पर आ गया। विदेशी निवेशकों (FIIs) ने भी भरोसा तोड़ते हुए अगस्त महीने में करीब 34,993 करोड़ रुपये बाजार से निकाल लिए। इस बड़ी निकासी और बिकवाली के दबाव ने मार्केट को नीचे खींचा, लेकिन इसने सोने के दामों को मजबूत सहारा दिया।
गोल्ड की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी
सोने की कीमतें अगस्त महीने में लगातार बढ़त दर्ज करती रहीं। एमसीएक्स पर 3 अक्टूबर 2025 को एक्सपायर होने वाले गोल्ड कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 31 जुलाई को 98,769 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। लेकिन 29 अगस्त को यह बढ़कर 1,03,824 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गई। यानी महज एक महीने में सोना 5,000 रुपये से ज्यादा चढ़ गया। यह बढ़ोतरी निवेशकों के लिए सुरक्षित निवेश विकल्प के रूप में गोल्ड की मजबूत स्थिति को दिखाती है।
सितंबर में कैसा रहेगा सोने का रुख?
विशेषज्ञों का मानना है कि सितंबर में भी सोने की रफ्तार थमने वाली नहीं है। वजह साफ है—वैश्विक अर्थव्यवस्था पर ट्रंप के टैरिफ निर्णयों का दबाव, अंतरराष्ट्रीय तनाव की स्थिति और रुपये की कमजोरी। डॉलर के मुकाबले रुपया अपने ऑल-टाइम लो के पास बना हुआ है, जो सोने की कीमतों को और सहारा देता है। ऐसे हालात में आने वाले महीने में भी गोल्ड के नए रिकॉर्ड बनते देखने को मिल सकते हैं।