भारत विविधताओं का देश है, जहां हर देवी-देवता की पूजा अलग-अलग तरीके से की जाती है। भगवान शिव को वैसे तो बेलपत्र, दूध और भांग का भोग चढ़ाया जाता है, लेकिन मध्य प्रदेश के रींवा जिले में स्थित बाबा भूतनाथ मंदिर की परंपरा बिल्कुल अलग है। यहां भगवान शिव को सिगरेट और शराब चढ़ाई जाती है। श्रद्धालु जलती हुई सिगरेट और शराब की बोतल के साथ बाबा के दर्शन करने पहुंचते हैं और इसे भोग के रूप में अर्पित करते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से बाबा जल्दी प्रसन्न होते हैं और मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
200 साल पुराना है मंदिर
रींवा जिले के हनुमना तहसील के पास स्थित यह मंदिर करीब 200 साल पुराना बताया जाता है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह मंदिर चमत्कारी है और यहां आकर सच्चे मन से पूजा करने पर गंभीर से गंभीर बीमारी भी ठीक हो जाती है। यहां लकवे से पीड़ित लोग, कैंसर के मरीज और निसंतान दंपति भी विशेष रूप से दर्शन के लिए आते हैं। बाबा भूतनाथ के दरबार में आने वाले श्रद्धालु सिगरेट और शराब अर्पित कर अपनी मनोकामना मांगते हैं।
मंदिर खुलने का समय और नियम
यह मंदिर रोजाना सुबह 9 बजे खुलता है और शाम 6 बजे तक भक्तों के लिए खुला रहता है। दिन में एक बार मंदिर के पट भगवान के श्रृंगार के लिए बंद किए जाते हैं। खास बात यह है कि यहां पूजा-पाठ की पारंपरिक विधि नहीं होती, बल्कि जो श्रद्धालु जैसा भोग बाबा को चढ़ाना चाहे, वह वैसा चढ़ा सकता है। हालांकि, मंदिर परिसर में शराब पीना मना है, केवल भोग के रूप में अर्पित करने की अनुमति है।
देशभर से आते हैं श्रद्धालु
बाबा भूतनाथ मंदिर की अनोखी परंपरा के कारण देशभर से श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं। यहां किसी भी जाति या धर्म का भेद नहीं किया जाता। लोग कहते हैं कि अगर किसी की इच्छा पूरी हो जाती है तो वह फिर से यहां आकर बाबा को धन्यवाद देने जरूर आता है। बाबा की इस निराली भक्ति परंपरा ने इस मंदिर को और भी खास बना दिया है।