सावन के महीने में उज्जैन में खास धार्मिक आयोजन होते हैं, खासकर बाबा महाकाल की सवारी, जो हर सोमवार को शहर में निकाली जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए उज्जैन जिला प्रशासन ने स्कूलों के शेड्यूल में बदलाव किया है। अब 14 जुलाई से 11 अगस्त तक हर रविवार को स्कूल खुलेंगे और सोमवार को बंद रहेंगे। यह निर्णय शहर के सभी सरकारी और निजी स्कूलों पर लागू होगा।
महाकाल की सवारी के कारण लिया गया फैसला
सावन में बाबा महाकाल की सवारी हर सोमवार को निकलती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। बाबा महाकाल की पहली सवारी 14 जुलाई को होगी और आखिरी राजसी सवारी 18 अगस्त को निकलेगी। चूंकि हर सोमवार को सवारी के कारण कई मार्ग बंद रहते हैं और शहर में भारी भीड़ होती है, जिससे स्कूल टाइम पर जाम और अव्यवस्था की स्थिति बनती है, इसलिए प्रशासन ने यह निर्णय लिया है ताकि बच्चों और अभिभावकों को परेशानी न हो।
सावन के सोमवारों को सवारी का विशेष महत्व
सावन के सोमवार का धार्मिक दृष्टि से विशेष महत्व है। इस दौरान उज्जैन में बाबा महाकाल की सवारी विशेष विधि-विधान से निकाली जाती है। इसमें पुलिस बैंड द्वारा सलामी दी जाती है और सवारी शहर के प्रमुख मार्गों से गुजरती है। दूर-दूर से श्रद्धालु इस आयोजन में हिस्सा लेने आते हैं। इससे शहर में जनसंचार बढ़ जाता है और ट्रैफिक व्यवस्था पर भी असर पड़ता है।
राजसी सवारी पर पहले से ही अवकाश
राजसी सवारी 18 अगस्त को निकाली जाएगी, जो रविवार के दिन है। चूंकि रविवार को स्कूलों में पहले से ही अवकाश रहता है, इसलिए इस दिन प्रशासन को कोई बदलाव नहीं करना पड़ा। जिला प्रशासन का यह कदम सुरक्षा और सुव्यवस्था बनाए रखने की दिशा में सराहनीय है। इससे धार्मिक आयोजनों में भाग लेने वालों को भी सहूलियत मिलेगी और बच्चों की पढ़ाई भी सही तरीके से चलती रहेगी।