भारत-क्रोएशिया : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच की मौजूदगी में आज जाग्रेब में भारत और क्रोएशिया ने कई अहम समझौतों पर हस्ताक्षर किए। यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली क्रोएशिया यात्रा है, जिसे दोनों देशों के रिश्तों के लिए एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। इस दौरे के दौरान सहयोग बढ़ाने और आपसी संबंधों को मजबूत करने पर जोर दिया गया। दोनों देशों ने मिलकर भविष्य में और आगे बढ़ने का संकल्प जताया।
क्रोएशिया में पीएम मोदी का जोशीला स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मैं क्रोएशिया के प्रधानमंत्री आंद्रेज प्लेंकोविच और वहां की सरकार का दिल से धन्यवाद करता हूं, जिन्होंने मुझे इस सुंदर देश में बेहद आत्मीयता और सम्मान के साथ स्वागत दिया। उन्होंने आगे कहा कि भारत और क्रोएशिया के बीच लोकतंत्र, कानून का शासन और विविधता जैसे साझा मूल्य गहरे संबंधों की बुनियाद हैं।
भारत-क्रोएशिया ने आर्थिक और तकनीकी साझेदारी को दी मजबूती
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत के सागरमाला प्रोजेक्ट के तहत बंदरगाहों के विकास, तटीय इलाकों की तरक्की और बेहतर कनेक्टिविटी में क्रोएशियाई कंपनियों के लिए अच्छे मौके हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भारत अंतरिक्ष क्षेत्र में अपना अनुभव क्रोएशिया से साझा करेगा और दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच रिसर्च और सहयोग को बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि जाग्रेब यूनिवर्सिटी में हिंदी चेयर की अवधि अब 2030 तक बढ़ा दी गई है। साथ ही, अगले पांच वर्षों के लिए एक नया सांस्कृतिक विनिमय कार्यक्रम भी तय किया गया है। इसके अलावा, दोनों देशों के बीच एक मूवमेंट एग्रीमेंट पर भी जल्द सहमति बन जाएगी, जिससे नागरिकों के बीच यात्रा और संपर्क आसान हो जाएगा।
पीएम मोदी का सख्त संदेश – आतंकवाद से कोई समझौता नहीं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आतंकवाद मानवता और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाली ताकतों का दुश्मन है। उन्होंने 22 अप्रैल को भारत में हुए आतंकी हमले के बाद क्रोएशिया के समर्थन के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा कि भारत और यूरोप की साझेदारी मौजूदा वैश्विक हालात में बेहद अहम है। मोदी ने कहा कि युद्ध किसी समस्या का हल नहीं है, बातचीत और कूटनीति ही रास्ता हैं। क्रोएशियाई पीएम ने भी आतंकवाद को वैश्विक स्थिरता के लिए बड़ा खतरा बताया