12वीं में टॉप कर विधायक बना छात्र, एक दिन में किए 1 करोड़ की योजनाओं के शिलान्यास

मध्यप्रदेश के उज्जैन जिले के नागदा में शुक्रवार 30 मई को कुछ ऐसा हुआ जिसे देखकर लोगों को अनिल कपूर की फिल्म ‘नायक’ की याद आ गई। एक 18 वर्षीय छात्र ने एक दिन के लिए विधायक बनकर न सिर्फ जनता की समस्याएं सुनीं बल्कि त्वरित कार्रवाई करते हुए कई विकास कार्यों का शुभारंभ भी किया।

उज्जैन जिले के होनहार छात्र साहित्य सेन को यह सम्मान मिला है। साहित्य ने हाल ही में माध्यमिक शिक्षा मंडल की 12वीं कक्षा में 96.20% अंक प्राप्त कर जिले में टॉप किया और प्रदेश की मेरिट सूची में 10वां स्थान हासिल किया। इसी उपलब्धि के चलते उसे ‘एक दिन का विधायक’ बनने का मौका दिया गया।

जनता से की मुलाकात, समस्याएं सुनीं और तुरंत हल भी निकाला

  • विधायक की भूमिका निभाते हुए साहित्य सेन ने सबसे पहले वर्तमान विधायक तेज बहादुर सिंह के जनसंपर्क कार्यालय का दौरा किया। वहां उन्होंने जनसुनवाई कार्यक्रम में हिस्सा लिया और नागरिकों की समस्याएं सुनीं।
  • एक छात्रा की शिक्षा संबंधी शिकायत पर तत्काल BRC अधिकारी को कॉल कर समाधान कराया।
  • आधार कार्ड से जुड़ी कई समस्याओं पर भी तत्काल निराकरण के निर्देश दिए।
  • उनकी कार्यशैली देखकर उपस्थित अधिकारी और जनता हैरान रह गई।

विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन

एक दिन के लिए विधायक बने साहित्य ने केवल समस्याओं का समाधान ही नहीं किया, बल्कि क्षेत्र के लिए 1 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाले विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन भी किया।

इन कार्यों में सड़क निर्माण, पेयजल सुविधाओं, स्कूलों में सुधार आदि शामिल हैं। खास बात यह रही कि जिन शिलापट्टों का अनावरण किया गया, उन पर साहित्य सेन का नाम विधायक के रूप में अंकित किया गया। कार्यक्रम स्थल पर साहित्य का स्वागत एक विधायक की गरिमा के अनुरूप किया गया। फूल मालाएं पहनाई गईं, कार्यकर्ता, अधिकारी और जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। पूरे आयोजन में साहित्य का आत्मविश्वास और नेतृत्व कौशल देखते ही बनता था।

स्थानीय विधायक ने दी भविष्य की झलक

मौजूदा विधायक तेज बहादुर सिंह चौहान ने इस पहल को लेकर कहा कि, “सीबीएसई या राज्य शिक्षा मंडल से 10वीं और 12वीं में जिले का नाम रोशन करने वाले छात्रों को भविष्य में भी ‘एक दिन का विधायक’ बनने का अवसर दिया जाएगा। इससे न केवल युवा प्रेरित होंगे बल्कि उन्हें प्रशासनिक कार्य प्रणाली को समझने का अनुभव भी मिलेगा।”